एमएस धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ मंगलवार को खेले गए प्रैक्टिस मैच में तूफानी शतक ठोकते हुए अपनी शानदार फॉर्म का सबूत दिया। धोनी ने 78 गेंदों में 8 चौकों और 7 छक्कों की मदद से 113 रन की जोरदार पारी खेलते हुए भारत की 95 रन से जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
धोनी ने इस मैच में महज 73 गेंदों में शतक जड़ा। अगर इस मैच को आधिकारिक दर्जा प्राप्त होता तो ये 50 ओवर के क्रिकेट में धोनी के करियर का दूसरा सबसे तेज शतक होता।
संयोग से भारत की जर्सी में धोनी के दो सबसे तेज शतक इंटरनेशनल वनडे में नहीं बल्कि वर्ल्ड कप के वॉर्म-अप मैच में खेलते हुए बने हैं।
बांग्लादेश के खिलाफ इस वॉर्म-अप में 73 गेंदों में शतक बनाने से पहले धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप के वॉर्म-अप मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 62 गेंदों में शतक जड़ा था। संयोग से भारत ने धोनी की कप्तानी में खेला गया वह वर्ल्ड कप जीता था।
अगर धोनी के 2011 वर्ल्ड कप से पहले वॉर्म-अप में जमाए गए तूफानी शतक और अब 2019 वर्ल्ड कप से पहले वॉर्म-अप के शतक के अद्भुत संयोग को देखें तो भारतीय टीम 2019 का वर्ल्ड कप जीत सकती है।
भारत की जर्सी में धोनी के दो सबसे तेज शतक
62 गेंदें vs न्यूजीलैंड, 2011 वर्ल्ड कप (वॉर्म-अप)73 गेंदें vs बांग्लादेश, 2019 वर्ल्ड कप (वॉर्म-अप)
एमएस धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ इस मैच में केएल राहुल के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 164 रन की साझेदारी की। राहुल ने भी 99 गेंदों में 108 रन की पारी खेलते हुए चौथ नंबर के लिए मजबूती से दावा ठोका।
लेकिन ये मैच पूरी तरह से एमएस धोनी की तूफानी बैटिंग के कारनामों से सजा रहा। धोनी ने 78 गेंदों में 8 चौकों और 7 छक्कों की मदद से 113 रन की जोरदार पारी खेलते हुए वर्ल्ड कप से पहले शुभ संकेत दिए।
धोनी ने 49वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का जड़ते हुए अपना शतक पूरा किया, जिस पर कप्तान विराट कोहली ने जोरदार अंदाज में जश्न मनाया। भारत ने इस मैच में 359/7 का स्कोर खड़ा करते हुए बांग्लादेश को 95 रन से हराया।