भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में मिली 31 रन से हार के बाद एमएस धोनी आलोचकों के निशाने पर आ गए। ये इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की पहली हार थी। इंग्लैंड से मिले 338 रन के लक्ष्य के जवाब में टीम इंडिया 50 ओवर में 5 विकेट पर 306 रन ही बना सकी थी।
इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच केदौरान एमएस धोनी अंगूठे में चोट की वजह से जिस दर्द के साथ खेले, उस पर किसी का ध्यान नहीं गया।
धोनी के मुंह से खून थूकने की तस्वीरें हुई वायरल
लेकिन अब इंग्लैंड के खिलाफ मैच के दौरान एमएस धोनी द्वारा अपने चोटिल अंगूठे को चूसने के बाद मुंह से खून थूकने की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद फैंस इस महान खिलाड़ी के देश के लिए जज्बे और समर्पण की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
धोनी को इस मैच के दौरान उनके अंगूठे में दो बार चोट लगी थी, एक बार विकेटकीपिंग करते हुए और एक बार बैटिंग करते हुए। लेकिन अंगूठा चोटिल होने के बावजूद उन्होंने खेलना जारी रखा।
फैंस ने खून थूकन की तस्वीर वायरल होने की बाद जमकर की धोनी की तारीफ
इंग्लैंड के खिलाफ धीमी बैटिंग के लिए हुई थी धोनी की आलोचना
रविवार को खेले गए इस मैच में 338 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को आखिरी पांच ओवरों में जीत के लिए 71 रन की जरूरत थी, तो धोनी और जाधव क्रीज पर थे। लेकिन ये जोड़ी लगातार बाउंड्री लगाने में असफल रही और आखिरी 31 गेंदों में 39 रन ही जोड़ सकी, जिसमें 20 सिंगल और 7 डॉट गेंदें शामिल थीं। धोनी 31 गेंदों में 42 और जाधव 12 रन पर नाबाद रहे।
इस टूर्नामेंट में भारत की पहली हार के बाद इन दोनों बल्लेबाजों की बैटिंग की आलोचना हुई थी, लेकिन मैच के दौरान धोनी अंगूठे की चोट और दर्द के साथ खेले, जिसका पता चलने पर अब उनकी तारीफ हो रही है।
सहायक कोच संजय बांगड़ ने किया धोनी का समर्थन
भारत के बैटिंग कोच संजय बांगड़ ने धोनी की आलोचना पर हैरानी जताते हुए कहा कि इस स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ने टीम के लिे अपना काम किया है।
बांगड़ ने कहा, 'सिर्फ एक खराब पारी को छोड़कर, उन्होंने हमेशा अपना काम किया है। सात में पांच पारियों में उन्होंने टीम के लिए अपना काम किया है।'
अगर आप पहले के मैचों को देखें, तो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने रोहित शर्मा के साथ 70 रन (साझेदारी 74 रन की थी) की साझेदारी की। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके लिए जो करना जरूरी था, उन्होंने किया।
उन्होंने कहा, 'मैनचेस्टर में (वेस्टइंडीज के खिलाफ) मुश्किल विकेट पर उन्होंने हमारे लिए महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाया। वह साथ ही गेंद को अच्छी तरह हिट कर रहे थे। मैं हैरान हूं कि ये सवाल अब हमेशा आता रहता है।'
इससे पहले इस टूर्नामेंट में अफगानिस्तान के खिलाफ 52 गेंदों में 28 रन की धीमी पारी के लिए धोनी की आलोचना हुई थी।