क्या खतरे में है मौजूदा क्रिकेट? ICC समूह की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे

एसडब्ल्यूजी की रिपोर्ट में क्रिकेट खेलने वाले देशों में फुटबाल की बढ़ती लोकप्रियता को भी खतरे के रूप में दर्ज किया गया है।

By भाषा | Published: May 16, 2018 6:56 PM

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नई दिल्ली, 16 मई: आईसीसी के रणनीतिक कार्यकारी समूह (एसडब्ल्यूजी) की रिपोर्ट के अनुसार बागी क्रिकेट संस्था, प्रस्तावित टी 10 प्रारूप और प्रसारकों की घटती दिलचस्पी उन '18 चुनौतियों' में शामिल हैं जिनका सामना अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कर रहा है। 

एसडब्ल्यूजी इन मसलों पर गुरुवार को यहां बीसीसीआई के साथ चर्चा करेगा। समूह की यह रिपोर्ट पीटीआई के पास है। एसडब्ल्यूजी में क्रिकेट आस्ट्रेलिया के डेविड पीवर, बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी, सिंगापुर के इमरान ख्वाजा, क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पैट्रिसिया करमबामी, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के डेव कैमरन और महिला प्रतिनिधि क्लेरी कोनोर शामिल हैं। 

यह समूह बीसीसीआई पदाधिकारियों कार्यकारी अध्यक्ष सी के खन्ना, कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी को क्रिकेट के लिये वैश्विक रणनीति से अवगत कराएगा। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, 'हां, आईसीसी के सामने कुछ खतरे हैं। एक पूर्व क्रिकेट प्रशासक (वर्तमान में प्रतिबंधित) के साथ एक भारतीय टीवी चैनल और ऑस्ट्रेलियाई वकील ने समानान्तर वैश्विक संस्था के गठन के लिये कई खिलाड़ियों और अधिकारियों से संपर्क किया है। उन्होंने इसे तब ‘आपरेशन वाटरशेड’ नाम दिया था।' (और पढ़ें- नेपाल के संदीप लामिचाने ICC वर्ल्ड-XI में शामिल, IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेल रहे हैं)

उन्होंने कहा, 'वे प्रत्येक देश में समानान्तर संघ का गठन करना चाहते हैं और खिलाड़ियों को मोटी धनराशि की पेशकश कर रहे हैं। यह अभी शुरू नहीं हुआ है लेकिन वे फिर से ऐसा नहीं करेंगे इसका कोई कारण नजर नहीं आता।' 

आईसीसी ने अपनी रिपोर्ट में किसी का नाम नहीं लिया है लेकिन 2016 में आयी रिपोर्टों में कहा गया था कि बर्खास्त आईपीएल आयुक्त ललित मोदी ने समानान्तर संस्था के गठन के लिये इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों से संपर्क किया है लेकिन तब यह महज अफवाह साबित हुई थी। 

अधिकारी ने कहा, 'टी 10 लीग भी चिंता का विषय है। एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड (पिछले दिसंबर में) इसका आयोजन कर चुका है जिसमें इयोन मोर्गन, शोएब मलिक, ड्वेन ब्रावो जैसे खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।' 

एसडब्ल्यूजी की रिपोर्ट में क्रिकेट खेलने वाले देशों में फुटबाल की बढ़ती लोकप्रियता को भी खतरे के रूप में दर्ज किया गया है। वहीं ये भी कहा गया है कि बहुत से ब्रॉडकास्टर क्रिकेट में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। (और पढ़ें- IPL इतिहास में सबसे 'अजीबोगरीब अंदाज' में आउट हुआ राजस्थान का ये बल्लेबाज, सब हुए हैरान!)

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