लार पर बैन लगाने की चल रही सिफारिश, इरफान पठान बोले- गेंदबाजों के अनुकूल पिचें बनवाए आईसीसी

भारत के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने कहा कि वह घसियाली पिच के बजाय पिच के नीचे नमी को तरजीह देंगे...

By भाषा | Published: May 24, 2020 9:43 PM

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पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान को लगता है कि गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध गेंदबाजों के लिये करारा झटका होगा और अधिकारियों को बल्लेबाजों के पूर्ण दबदबे को रोकने के लिये गेंदबाजों के अनुकूल टेस्ट विकेट तैयार कराना चाहिए।

पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की अगुआई वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति ने कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिये अंतरिम कदम के तहत लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है। पठान को लगता है कि यह प्रतिबंध दो साल तक चल सकता है और इससे बल्लेबाजों को अनुचित लाभ मिल जायेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘आपको सुनिश्चित करना होगा कि पिचें बल्लेबाजों के बजाय गेंदबाजों के ज्यादा अनुकूल हों ताकि लार का इस्तेमाल नहीं करने से मिलने वाले फायदे को खत्म किया जा सके। अगर आप ठीक तरह से गेंद को चमका नहीं सकोगे तो आप वैज्ञानिक कारणों से हवा को चीर नहीं सकोगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘और अगर आप इसे स्विंग नहीं कर पाओगे तो बल्लेबाजों के लिये चीजें आसान होंगी क्योंकि कोई भी सिर्फ तेज रफ्तार से नहीं डरता, उनको रफ्तार और स्विंग का संयोजन भयभीत करता है।’’

भारतीय क्रिकेट में स्विंग गेंदबाजी के महारथियों में से एक पठान ने कहा, ‘‘इसका (प्रतिबंध) असर टेस्ट मैचों में गेंदबाजों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा। यह सफेद गेंद के क्रिकेट के लिये कोई मुद्दा नहीं होगा क्योंकि गेंदबाज पहले कुछ ओवरों के बाद वैसे भी गेंद को नहीं चमकाते, वे इसे नरम बनाना चाहते हैं (ताकि बल्लेबाजों के लिये स्ट्रोक्स खेलना मुश्किल हो जाये)।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लाल गेंद के क्रिकेट में आपको गेंद चमकाने की जरूरत होती है, भले ही आप तेज गेंदबाज हो या फिर स्पिनर। स्पिनर गेंद को ‘ड्रिफ्ट’ करने के लिये चमक पर निर्भर होते हैं। बल्लेबाजों के लिये बहुत बड़ा फायदा होगा। खेल फिर बल्लेबाजों के ज्यादा अनुकूल हो जायेगा।’’

पठान ने कहा कि वह घसियाली पिच के बजाय पिच के नीचे नमी को तरजीह देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया को देखो तो वहां ज्यादा घास नहीं है लेकिन वहां नमी है और इससे गेंदबाजों को मदद मिलती है।’’

पठान ने कहा, ‘‘आपको सुनिश्चित करना होगा कि गेंदबाजों के लिये भी कुछ हो। अगर गेंद के जरिये नहीं तो फिर परिस्थितियों के हिसाब से ही। अगर गेंदबाजों के लिये हालात मददगार होंगे तो वे रिवर्स स्विंग की तलाश में नहीं रहेंगे, वे पारंपरिक स्विंग पर ध्यान देंगे।’’

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