गेंद पर लार लगाकर चमकाना अब पूरी तरह से बैन, आईसीसी के ये 7 नए नियम 1 अक्टूबर से होंगे लागू

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक अक्टूबर से कई नए नियम लागू होने जा रहे हैं। आईसीसी ने इसकी घोषणा कर दी है। नए नियम के तहत अब गेंदों को चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।

By विनीत कुमार | Published: September 20, 2022 1:08 PM

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ठळक मुद्देगेंद को चमकाने के लिए लार का उपयोग करने को अब आईसीसी ने स्थायी रूप से प्रतिबंधित किया।नए आने वाले बल्लेबाज को वनडे और टेस्ट में दो मिनट में स्ट्राइक के लिए तैयार हो जाना होगा।गेंदबाज के गेंदबाजी करने के लिए दौड़ते समय क्षेत्ररक्षक के जानबूझकर अपनी जगह से हिलने पर लगेगी पांच रनों की पेनल्टी।

दुबई: खेल के दौरान गेंद को चमकाने के लिए लार का उपयोग करने को अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है। आईसीसी की ओर से मंगलवार को खेल से जुड़े नए बदलाव की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी गई। गेंद पर लार के इस्तेमाल पर हालांकि कोरोना महामारी के दौर में ही रोक लगा दी गई थी। 

आईसीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'आईसीसी ने मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) द्वारा सौरव गांगुली की अगुवाई वाली पुरुष क्रिकेट समिति की सिफारिशों की पुष्टि के बाद अपनी खेल शर्तों में कई बदलावों की घोषणा की है। इसमें एमसीसी के 2017 कोड ऑफ द लॉ के तीसरे संस्करण पर चर्चा की गई थी। इसके बाद महिला क्रिकेट समिति के साथ निष्कर्ष साझा किए गए, जिन्होंने सीईसी को सिफारिशों का समर्थन दिया।'

एक अक्टूबर 2022 से लागू होने वाली खेल शर्तों में जो अहम बदलाव किए गए हैं, वह इस प्रकार हैं-

गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक: कोविड महामारी के बाद पिछले दो साल से यह नियम लागू है। अब इस प्रतिबंध को जारी रखा जाएगा। गेंदबाज अब गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।

कैच आउट पर बदले नियम: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नए नियम के तहत अब अगर कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है तो आने वाला नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा। इससे पहले के नियम में अगर कैच आउट होने वाला बल्लेबाज दौड़ते हुए छोड़ बदल लेता था तो आने वाला बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक छोड़ पर चला जाता था।

दो मिनट में स्ट्राइक के लिए होना होगा तैयार: नए आने वाले बल्लेबाज को वनडे और टेस्ट में दो मिनट में स्ट्राइक के लिए तैयार हो जाना होगा। टी20 में 90 सेकेंड के मौजूदा नियम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

फिल्डिंग साइड को रहना होगा सतर्क: गेंदबाज के गेंदबाजी करने के लिए दौड़ते समय अगर फिल्डिंग करने वाली टीम का कोई खिलाड़ी मूवमेंट करता है तो अंपायर द्वारा डेड बॉल करार देने के साथ-साथ बल्लेबाजी पक्ष को पांच पेनल्टी रन भी दिए जाएंगे।

पिच पर रहते हुए खेलना होगा: बल्लेबाज को पिच के अंदर रहकर ही शॉट खेलना होगा। अगर शॉट खेलते हुए बल्लेबाज का बैट या शरीर पिच से बाहर जाता है तो अंपायर उस गेंद को डेड बॉल करार देगा। अगर कोई गेंद बल्लेबाज को पिच के बाहर जाने को मजबूर करती है तो वो नो बॉल करार दी जाएगी।

मांकडिंग को वैधता: मांकडिंग को अब अनुचित खेल से रन आउट सेक्शन में लाया गया है। इसके मायने ये हुए कि अब मांगडिंग को सामान्य रन आउट ही माना जाएगा।

गेंदबाजी से पहले थ्रो अब मान्य नहीं: पहले के नियम के अनुसार अगर कोई बल्लेबाज गेंदबाज के क्रीज तक पहुंचने से पहले ही आगे बढ़ने लगता था और तो गेंदबाज के पास थ्रो फेंक उसे रन आउट करने का अधिकार होता था लेकिन अब इसे डेड बॉल करार दिया जाएगा।

इसके अलावा टी20 की तरह अब वनडे क्रिकेट में भी तय समय पर ओवर पूरे ना किए जाने पर फील्डिंग टीम को एक अतिरिक्त फील्डर क्षेत्ररक्षण घेरे के अंदर रखना होगा। ये नियम 2023 में आईसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप सुपर लीग के बाद लागू किया जाएगा।

टॅग्स :आईसीसी
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