इयान बिशप ने चुनी दशक की वनडे इलेवन, इन 3 भारतीय खिलाड़ियों को टीम में चुना

वेस्टइंडीज की तरफ से 43 टेस्ट मैचों में 161 विकेट लेने वाले बिशप ने कहा कि वर्तमान भारतीय गेंदबाजी इकाई उन्हें वेस्टइंडीज के उस तेज गेंदबाजी आक्रमण की याद दिलाती है...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: May 27, 2020 7:29 PM

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ठळक मुद्देवेस्टइंडीज की तरफ से इयान बिशप ने 43 टेस्ट में झटके 161 विकेट।बिशप ने चुनी दशक की वनडे इलेवन।तीन खिलाड़ियों को टीम में चुना।

वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर इयान बिशप ने दशक की वनडे इलेवन टीम का चयन किया है, जिसमें 3 भारतीय खिलाड़ियों का नाम शुमार है। बिशप ने इस टीम का कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बनाया है।

इस एकादश में रोहित शर्मा और डेविड वॉर्नर बतौर सलामी बल्लेबाज मौजूद हैं। वहीं विराट कोहली का क्रम नंबर-3 पर है। बांग्लादेशी खिलाड़ी शाकिब अल हसन को बतौर ऑलराउंडर चुना गया है। बात अगर गेंदबाजों की करें, तो स्पिन विभाग में राशिद खान, जबकि तेज गेंदबाजों में मिशेल स्टार्क, डेल स्टेन और लसिथ मलिंगा का नाम शुमार है।

इयान बिशप की दशक की वनडे एकादश: रोहित शर्मा, डेविड वॉर्नर, विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, रोस टेलर, शाकिब अल हसन, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), मिशेल स्टार्क, डेल स्टेन, लसिथ मलिंगा, राशिद खान।

इयान बिशप ने वर्तमान भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की तुलना कैरबियाई टीम के पूर्व के खौफनाक तेज गेंदबाजों से करते हुए कहा कि विदेशों में सफल होने की इच्छा से ही भारत लगातार खतरनाक तेज गेंदबाजों को तैयार कर रहा है।

बिशप ने कहा कि इसकी शुरुआत जहीर खान, आर पी सिंह, मुनाफ पटेल से हुई जो कपिल देव और जवागल श्रीनाथ के नक्शेकदमों पर आगे बढ़े। उन्होंने ‘क्रिकबज’ से कहा, ‘‘यह संभवत: भारत में तेज गेंदबाजी की प्रतिभाओं की सर्वश्रेष्ठ पीढ़ी है और इसकी शुरुआत कुछ समय पहले हुई थी।’’

बिशप ने कहा, ‘‘हम जहीर, आरपी सिंह, मुनाफ पटेल और उस दौर के कुछ गेंदबाजों से शुरुआत मान सकते हैं जो कपिल देव का अनुसरण करने वाले श्रीनाथ के बाद आये। यह देखकर बहुत अच्छा लगता है।’’

जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारत के पास अभी सबसे खौफनाक तेज गेंदबाज इकाई है। मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और इशांत शर्मा आक्रमण में विविधता पैदा करते हैं। 

बिशप ने कहा, ‘‘बाहर से देखने पर मुझे ऐसा लगता है कि भारत यह समझ गया कि बल्लेबाज अच्छे हैं लेकिन अगर हमें विदेशों में जीत दर्ज करनी है तो हमें एमआरएफ पेस फाउंडेशन और एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) से भी खिलाड़ी लेने होंगे। इन तेज गेंदबाजों को बढ़ावा देने के लिये सपाट और टर्निंग पिचें बनाने के बजाय तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिचें बनानी होंगी।’’

टॅग्स :रोहित शर्माविराट कोहलीएमएस धोनीभारतीय क्रिकेट टीम

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