Highlights31 साल की उम्र तक लिए 400 टेस्ट विकेट, 100 विकेट और हासिल कर सकता था: हरभजन सिंहटीम से ड्रॉप किए जाने को लेकर धोनी से भी कारण पूछा था पर कोई जवाब नहीं मिला: हरभजनहरभजन ने कहा, 'किसने किया था, मेरे टीम में बने रहने से आखिर किसे समस्या थी, ये अभी भी पहेली है'
भारत के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह के भविष्य के सफर को लेकर अटकलें जारी हैं। इस बीच उन्होंने खुद को टीम से बाहर किए जाने को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए निराशा भी जताई है।
भारत के लिए 103 टेस्ट खेलने वाले हरभजन ने टेस्ट मैचों में 417 विकेट हासिल किए। उनका आखिरी मैच 2015 में श्रीलंका के गाले में था। हरभजन का कहना है कि अगर उन्हें आगे भी मौका मिलता तो टेस्ट में भारत के लिए और 100 विकेट हासिल कर सकते थे और अभी भी जानना चाहते हैं कि आखिरी उन्हें टीम से बाहर क्यों किया गया।
हरभजन ने महेंद्र सिंह धोनी पर क्या कहा
इंडिया टीवी से हरभजन सिंह ने कहा, 'मैं 31 साल का था जब मैंने अपना 400 वां टेस्ट विकेट हासिल किया और अगर एक 31 साल का खिलाड़ी 400 विकेट ले सकता है, तो अगले आठ-नौ वर्षों में मुझे लगता है कि मैं कम से कम 100 और ले सकता था। बाद में हालांकि मुझे मैच खेलने के मौके नहीं मिले, न ही मुझे चुना गया। 400 विकेट वाले किसी खिलाड़ी को टीम से कैसे आउट किया जा सकता है, यह अपने आप में एक रहस्यमय कहानी है, जो अभी तक नहीं सुलझी है। मुझे अभी भी आश्चर्य है, 'वास्तव में क्या हुआ था? किसने किया था। मेरे टीम में बने रहने से आखिर किसे समस्या थी?'
हरभजन ने आगे कहा, 'मैंने कप्तान (धोनी) से पूछने की कोशिश की, लेकिन मुझे कोई कारण नहीं बताया गया। मुझे एहसास हुआ कि इसके पीछे कौन है और इसकी वजह पूछने का कोई मतलब नहीं है। क्योंकि अगर आप पूछते रहते हैं और कोई नहीं उत्तर दें, तो इसे छोड़ देना बेहतर है।'
बता दें कि हरभजन ने अपने अंतिम टेस्ट के बाद भारत के लिए कुछ और मैच जरूर खेले। भारत के लिए उनका आखिरी मैच मार्च 2016 में था। उन्होंने टी20 एशिया कप कप में यूएई के खिलाफ यह मैच खेला था। इसमें उन्होंने चार ओवरों में 11 रन देकर एक विकेट हासिल किया था।
इस महीने की शुरुआत में हरभजन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी थी।