Highlightsपढ़ाई में थे होशियार, रह चुके मेडिकल स्टूडेंट।नवंबर 1996 को डेब्यू मैच में जड़ा अर्धशतक।साल 2002 में चुना गया बेस्ट क्रिकेट ऑफ द ईयर।
हैदराबाद में 1 नवंबर 1974 को जन्मे वीवीएस लक्ष्मण (Vangipurapu Venkata Sai Laxman) को उनके क्लासिकल शॉट्स के कारण वेरी-वेरी स्पेशल पुकारा जाता है। लक्ष्मण की बल्लेबाजी जितनी शानदार रही, उतनी ही वह पढ़ाई में भी तेज रहे।
पढ़ाई में तेज, रह चुके मेडिकल स्टूडेंट: पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के भतीजे वीवीएस लक्ष्मण क्रिकेटर बनने से पहले मेडिकल स्टूडेंट रहे। उनके 10वीं क्लास में 98 प्रतिशत अंक आए, जिसके बाद उन्होंने साइंस को चुना, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
डेब्यू मैच में जड़ा अर्धशतक: नवंबर 1996 को लक्ष्मण ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू मैच में अर्धशतक जड़कर सभी का ध्यान खींच लिया। इसके बाद उन्हें अप्रैल 1998 में वनडे टीम में भी जगह मिल गई। हालांकि एकदिवसीय मैच में उनकी शुरुआत डक के साथ हुई।
नवाजे गए इस खिताब से: साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ईडन गार्डन में खेली गई 281 रन की पारी शायद ही कोई भुला सके। इसके अलगे ही साल उन्हें बेस्ट क्रिकेट ऑफ द ईयर के खिताब से भी नवाजा गया। 16 फरवरी 2004 को लक्ष्मण ने कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट जीआर शैलजा से शादी कर ली। लक्ष्मण के बेटे का नाम सर्वजीत और बेटी का अचिंत्या है।
कभी नहीं खेल सके वर्ल्ड कप: वीवीएस लक्ष्मण को टेस्ट फॉर्मेट का खिलाड़ी माना जाता था, यही वजह रही कि उन्होंने बेहद कम टेस्ट मैच खेले। एक रोचक बात ये है कि 220 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस बल्लेबाज ने कभी विश्व कप नहीं खेला।
करियर पर एक नजर: 134 टेस्ट मैचों की 225 इनिंग में 34 बार नाबाद रहते हुए 8781 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 49.37 की स्ट्राइक के साथ 17 शतक और 56 अर्धशतक भी जड़े। लक्ष्मण का टेस्ट में सर्वाधिक स्कोर 281 रन रहा। वहीं बात अगर वनडे की करें तो 86 मैचों में इस बल्लेबाज ने 7 बार नाबाद रहते हुए 71.23 की स्ट्राइक के साथ 2338 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 10 अर्धशतक समेत 6 शतक जड़े। इतना ही नहीं 42 वर्षीय इस खिलाड़ी ने अपने करियर में 25 टी-20 मैच (अंतर्राष्ट्रीय नहीं) भी खेले, जिसमें 114.71 की स्ट्राइक के साथ 491 रन बनाए। जनवरी 2012 को लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था।