Highlightsभुवनेश्वर का जन्म 5 फरवरी 1990 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ था।भुवी के पिता किरण पाल सिंह यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर और मां इंद्रेश गृहणी हैं।भुवनेश्वर कुमार को इंडियन ड्रेसिंग रुम तक पहुंचाने में उनकी बहन रेखा का बड़ा योगदान है।
टीम इंडिया के स्टार फास्ट बॉलर भुवनेश्वर कुमार 29 साल के हो गए हैं और अपना 30वां जन्मदिन मना रहे हैं। भुवी फिलहाल न्यूजीलैंड में हैं और विरोधी बल्लेबाजों को अपनी स्विंग गेंदबाजी से परेशान कर रहे हैं। भुवी पहली बार चर्चा में आए जब उन्होंने घरेलू क्रिकेट में पहली बार सचिन तेंदुलकर को जीरो पर आउट किया, लेकिन टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम तक पहुंचना आसान नहीं था। भुवनेश्वर कुमार के बर्थडे के मौके पर हम आपको बता रहे हैं मेरठ की गलियों से इंडियन ड्रेसिंग रूम तक का सफर।
भुवनेश्वर कुमार के पिता सब-इंस्पेक्टर तो मां हैं गृहणी
भुवनेश्वर कुमार का जन्म 5 फरवरी 1990 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ था। भुवनेश्वर के पिता किरण पाल सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं और उनकी मां इंद्रेश गृहणी हैं। भुवी को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था और उनके परिवार के सभी लोग उनके टैलेंट को अच्छी तरह समझते थे, लेकिन किसी के पास उनके खेल पर ध्यान देने का समय नहीं था।
बहन की लगन ने भुवी को पहुंचाया इंडियन ड्रेसिंग रूम
पिता अपनी ड्यूटी में व्यस्त रहते थे और भुवी की मां को क्रिकेट की थोड़ी जानकारी थी, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि बेटे का सपना कैसे पूरा करें। इसके बाद भुवी की बड़ी बहन रेखा अपने भाई से साथ खड़ी हुईं और कोचिंग सेंटर में दाखिला करवाया। उस समय भुवी की उम्र सिर्फ 13 साल थी। स्टेडियम उनके घर से 7-8 किमी दूर था और इस कारण वो अकेले जा नहीं पाते थे। शुरुआत में उनकी बहन उन्हें स्टेडियम तक रोज छोड़ने और लेने जाती थीं, लेकिन जल्द ही भुवनेश्वर ने रास्ता याद कर लिया और अकेले जाने लगे।
भुवी की बहन रेखा मेंटर बनकर उनके साथ जुड़ी रहीं
क्रिकेट कोचिंग सेंटर में एडमिशन के बाद कोच विपिन वत्स और संजय रस्तोगी ने भुवनेश्वर को खेल की बारीकियां सिखाईं, लेकिन बहन रेखा मेंटर बनकर उनके साथ जुड़ी रहीं। रेखा ने भुवी के स्कूल के टीचर्स से भी गुजारिश की और उनसे अपील करते हुए कहा कि वे भुवनेश्वर पर अतिरिक्त दबाव ना डालें। इसके साथ ही वो भुवी के कोच से भी रिपोर्ट लेती रहीं।
सचिन को जीरो पर आउट कर चर्चा में आए भुवनेश्वर
भुवनेश्वर कुमार पहली बार तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने घरेलू क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को जीरो पर आउट किया। 17 साल की उम्र में पहले फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत करने वाले भुवी ने जनवरी 2009 में रणजी ट्रॉफी के एक मैच में उत्तर प्रदेश की तरफ से खेलते हुए सचिन को जीरो पर आउट कर दिया था। यह पहला और आखिरी मौका था, जब फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सचिन को किसी गेंदबाज ने जीरो पर आउट किया था।
भुवी को पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच से किया डेब्यू
भुवनेश्वर कुमार ने 30 दिसंबर 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की। भुवी ने अपनी स्विंग से पाकिस्तानी बल्लेबाजों को खूब परेशान किया और पहले मैच में उन्होंने 3 ओवर मेडन डालने के साथ ही मोहम्मद हफीज और अजहर अली के विकेट लिए थे। तीन मैचों की सीरीज में उन्होंने पांच विकेट चटकाए थे।
भुवनेश्वर कुमार ने डेब्यू मैच में ही बनाया रिकॉर्ड
भुवी ने डेब्यू मैच में ही एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था और उन्होंने अपनी पहली गेंद पर पाकिस्तान के मोहम्मद हफीज को आउट किया था। भुवनेश्वर ऐसा करने वाले पहले क्रिकेटर हैं। भुवी का क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पहला विकेट बोल्ड है। टी-20 इंटरनेशनल में उन्होंने पाकिस्तान के नासिर जमशेद, वनडे में मोहम्मद हफीज और टेस्ट क्रिकेट में डेविड वॉर्नर को बोल्ड किया है।
भुवनेश्वर कुमार का क्रिकेट करियर
भुवनेश्वर कुमार ने टीम इंडिया की ओर से अब तक खेले 103 वनडे मैचों में 114 विकेट लिए हैं। इसके अलावा 21 टेस्ट मैचों में 63 और 34 टी20 मैचों में उन्होंने 33 विकेट अपने नाम किए हैं। वनडे में भुवी की बेस्ट बॉलिंग 42 रन देकर 5 विकेट, टेस्ट में 82 रन देकर 6 विकेट और टी20 में 24 रन देकर 5 विकेट है।
भुवी ने नूपुर नागर से की शादी
भुवनेश्वर कुमार ने 23 नवंबर 2017 को मेरठ की ही रहने वाली नूपुर नारंग से शादी की। नूपुर पेशे से इंजीनियर हैं और नोएडा में काम करती हैं।