टीम इंडिया के कोच के तौर पर ग्रेग चैपल का कार्यकाल बेहद यादगार नहीं रहा और उन्हें एक ऐसे कोच के रूप में याद जाता है, जिनके कई फैसलों ने भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ाने का ही काम किया।
चैपल को ही इरफान पठान के करियर ग्राफ में गिरावट का भी जिम्मेदार माना जाता है। हालांकि पठान ने अपने संन्यास के ऐलान के बाद इस बात से इनकार किया कि उनके करियर के जल्दी खत्म होने के लिए चैपल जिम्मेदार थे।
ग्रेग चैपल ने दी इरफान पठान के संन्यास पर प्रतिक्रिया
अब ग्रेग चैपल ने भी इरफान पठान के संन्यास के बाद इस खिलाड़ी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में ग्रेग चैपल ने इरफान पठान को एक साहसी और निस्वार्थ खिलाड़ी बताया है।
ग्रेग चैपल ने कहा, 'इरफान हर उस भूमिका को निभाने में खुश थे, जिसकी टीम को जरूरत थी। वह साहसी और निस्वार्थी दोनों थे।'
चैपल ने कहा, 'सक्षम ऑलराउंडर थे इरफान पठान'
चैपल ने कहा, 'इरफान ने साबित किया कि वह बहुत ही सक्षम ऑलराउंडर थे। उन्होंने सीमित ओवरों के क्रिकेट में जो किया उसके अलावा उन्होंने लगभग एक टेस्ट शतक (श्रीलंका के खिलाफ 93, फिरोजशाह कोटला में) जमा दिया था। उनकी स्विंग गेंदबाजी बहुत अच्छी थी और मेरे लिए उनके करियर का सबसे खास पल पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में पहले ओवर में ली गई हैट-ट्रिक थी।'
पठान भारत के लिए अपना आखिरी मैच महज 27 साल की उम्र में 2012 में खेले थे। लेकिन इसके बाद उन्हें टीम इंडिया में वापसी की मौका ही नहीं मिल पाया और इस स्टार खिलाड़ी ने 4 जनवरी 2020 को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास ले लिया।
चैपल 2005 से 2007 वर्ल्ड कप तक भारतीय टीम के कोच रहे थे। उनका कोचिंग कार्यकाल बेहद विवादास्पद रहा था।