'मुझे ट्रेनिंग के लिए तीन महीने दीजिए, मैं भारत के लिए टेस्ट में रन बना दूंगा': सौरव गांगुली

Sourav Ganguly: पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि अगर उन्हें अब भी ट्रेनिंग के लिए तीन महीने का समय मिले तो वह भारत के लिए टेस्ट में रन बना सकते हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: July 17, 2020 14:18 IST2020-07-17T13:20:25+5:302020-07-17T14:18:28+5:30

Give me three months, I will score runs for India in Test cricket: Sourav Ganguly | 'मुझे ट्रेनिंग के लिए तीन महीने दीजिए, मैं भारत के लिए टेस्ट में रन बना दूंगा': सौरव गांगुली

सौरव गांगुली ने 113 टेस्ट में 16 शतकों की मदद से 7200 से अधिक रन बनाए (Twitter)

Highlightsमुझे प्रशिक्षण के लिए छह महीने दीजिए, मुझे तीन रणजी मैच खेलने दीजिए, मैं भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में रन बनाऊंगा: सौरव गांगुलीमुझे छह महीने की भी जरूरत नहीं है, मुझे तीन महीने दीजिए, मैं रन बना दूंगा: गांगुली

पूर्व भारतीय कप्तान और वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि अगर वह तीन महीने की ट्रेनिंग करें या कुछ रणजी ट्रॉफी मैच खेलें तो तो टेस्ट क्रिकेट में फिर से रन बना सकते हैं।

गांगुली भारत के लिए आखिरी बार 12 साल पहले 2008 में खेले थे और उन्होंने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच 2011 में खेला था। दादा ने कहा कि अगर उन्हें ट्रेनिंग का समय दिया जाए तो वह अब भी टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने के लिए पर्याप्त फिट हैं।

गांगुली का ये कमेंट अपने करियर के आखिरी चरण की यादों को साझा करते हुए बंगाली समाचारपत्र 'संगवाद प्रतिदिन' को दिए इंटरव्यू में सामने आया है।

तीन महीने दीजिए अब भी टेस्ट में बना सकता हूं रन: सौरव गांगुली

गांगुली ने कहा, अगर मुझे वनडे में दो और सीरीज खेलने का मौका मिलता तो मैं और ज्यादा रन बनाता। अगर मैं नागपुर में रिटायर नहीं होता, तो मैं अगली दो टेस्ट सीरीज में रन बनाता। यहां तक कि अब भी मुझे प्रशिक्षण के लिए छह महीने दीजिए, मुझे तीन रणजी मैच खेलने दीजिए, मैं भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में रन बनाऊंगा। मुझे छह महीने की भी जरूरत नहीं है, मुझे तीन महीने दीजिए, मैं रन बना दूंगा।'

पूर्व भारतीय कप्तान ने पूछा, 'आप हो सकता है मुझे खेलने का मौका न दें लेकिन आप मेरे अंदर के विश्वास को कैसे तोड़ेंगे?'

सौरव गांगुली ने अपने करियर के पहले दोनों टेस्ट में शतक लगाया था (ICC)
सौरव गांगुली ने अपने करियर के पहले दोनों टेस्ट में शतक लगाया था (ICC)

गांगुली ने 2005 में टीम से बाहर किए जाने के बाद की थी जोरदार वापसी

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि उन्हें 2007-08 सीजन का सबसे बेहतरीन परफॉर्मर होने के बावजूद वनडे टीम से बाहर कर दिया गया था।

गांगुली ने कहा, 'ये अविश्वसनीय था। उस कैलेंडर ईयर के सर्वाधिक रन बनाने वालों में से एक होने के बावजूद मुझे वनडे टीम से बाहर कर दिया गया था। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका प्रदर्शन कितना अच्छा है अगर मंच को आपसे दूर कर दिया जाता है तो आप क्या साबित करेंगे? और किसे? यही बात मेरे साथ भी हुई थी।'

सौरव गांगुली से पहले 2005 में कप्तानी छीनी गई थी और फिर उन्हें टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया था। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2006 के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जोरदार वापसी की थी और शतक बनाया था। 

लेकिन गांगुली को एक साल बाद राहुल द्रविड़ के साथ 2007-08 में ऑस्ट्रेलिया दौरे की वनडे टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके एक साल बाद 2008 में गांगुली ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हालांकि गांगुली इसके बाद भी घरेलू क्रिकेट और 2012 तक आईपीएल में खेलते रहे थे।

गांगुली ने 113 टेस्ट में 42.17 के औसत और 16 शतकों की मदद से 7212 रन बनाए थे। वनडे में गांगुली ने 311 मैचों में 41.02 के औसत और 22 शतकों की मदद से 11363 रन बनाए थे।

Open in app