मुंबई, 28 नवंबर। पूर्व भारतीय विकेटकीपर फारुख इंजीनियर ने प्रतिष्ठित सीके नायुडु जीवन पर्यन्त उपलब्धि पुरस्कार नहीं मिलने पर निराशा जताई। यह पुरस्कार बीसीसीआई देता है। इस 80 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने एक कार्यक्रम में सार्वजनिक तौर पर अपनी हताशा व्यक्त की।
इंजीनियर ने कहा, ‘‘सीओए या जो भी कहो, में से एक ने कहा कि फारुख को पहले ही सीके नायुडु (जीवनपर्यन्त उपलब्धि) पुरस्कार मिल चुका है। सच्चाई यह है कि मैंने दो साल पहले बेंगलुरु में एमएके पटौदी लेक्चर के दौरान यह पुरस्कार दिया था। पदमाकर शिवालकर और राजिंदर गोयल को पुरस्कार मिला था और मुझे उनके लिये खुशी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज जीवन पर्यन्त उपलब्धि पुरस्कार दिया जाता है.... मैंने भी लगभग 50 टेस्ट मैच 50 रुपये प्रतिदिन की दर पर खेले हैं और मुझे इस पुरस्कार से वंचित रखा गया है जिससे दुख होता है।’’
इंजीनियर ने कहा, ‘‘लोग कहते हैं कि मुझे यह पुरस्कार मिल चुका है। सूची देख लो। उसमें मेरा नाम नहीं मिलेगा।’’