दिलीप वेंगसरकर ने सुनाई विराट कोहली के पहली बार टीम इंडिया में चयन की कहानी, कहा, 'मैंने सोचा ये लड़का है जिसे हमें चुनना चाहिए'

Dilip Vengsarkar, Virat Kohli: पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने टीम इंंडिया के कप्तान विराट कोहली के पहली बार भारतीय टीम में चयन की कहानी बयां की है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 14, 2020 11:31 AM

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ठळक मुद्दे2008 में विराट कोहली के भारतीय टीम के लिए डेब्यू के समय दिलीप वेंगसरकर थे चयन समिति के अध्यक्षवेंगसरकर ने कहा कि वह अंडर-23 के दिनों में ही कोहली की मानसिक परिपक्वता से बहुत प्रभावित थे

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व चयनकर्ता दिलीप वेंगसकर ने विराट कोहली के बारे में शुरुआती छाप की बात की जिसने उन्हें भरोसा दिलाया कि ये युवा खिलाड़ी भारतीय टीम का भविष्य बन सकते हैं। कोहली ने अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 वर्ल्ड का खिताब जिताने के कुछ ही महीनों के बाद 2008 में भारत के लिए अपना डेब्यू किया था।

हालांकि कोहली ने अपने करियर में धीमी शुरुआत की थी, लेकिन अपने खेल में सुधार करना और गलतियों से सीखना जारी रखा। अब 12 साल बाद विराट कोहली विश्व क्रिकेट में सबसे बड़ा नाम बन चुके हैं और दुनिया में कुछ ही खिलाड़ी हैं जो उनकी बैटिंग के आसपास पहुंच सकते हैं। 

वेंगसरकर ने खोला राज, कैसे हुआ था पहली बार कोहली का टीम इंडिया में चयन

वेंगसरकर ने उन गुणों के बारे में बताया है जो उन्होंने कोहली में देखी थी और जिसकी वजह से उनका भारतीय टीम में चयन किया था।

एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, वेंगसरकर ने स्पोर्ट्सकीड़ा को फेसबुक लाइव पर दिए एक इंटरव्यू में कहा, मैंने विराट कोहली को कोलकाता में बॉम्बे के खिलाफ दिल्ली के लिए एक अंडर-16 मैच में खेलते हुए देखा था। उस समय वह 15 साल के थे। उनके कप्तान थे तेजस्वी यादव। वह बहुत अच्छे दिखे थे।'

वेंगसरकर ने कहा, 'अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्होंने टीम को बड़ी जीत दिलाई थी। वह बेहतरीन फॉर्म में थे, उन्होंने रन भी बनाए थे, टीम की कप्तानी भी अच्छे से की थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में एक एमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट था, जहां हर साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें हिस्सा लेती हैं।'

उन्होंने कहा, 'मैं उस समय चयन समिति का चेयरमैन था। हमने फैसला किया कि हमें उन खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट के लिए चुनना चाहिए, जो जल्द भारत के लिए खेलेंगे। खासतौर पर अंडर-23 लड़कों को। हमने उस टीम में विराट कोहली को चुना।' 

18 जुलाई को भारत की एमर्जिंग खिलाड़ियों की टीम किवी एमर्जिंग खिलाड़ियो की टीम से भिड़ी और उसी दिन कोहली के भाग्य का फैसला हो गया।

अंडर-23 में कोहली की बैटिंग देख बेहद प्रभावित हुए थे वेंगसरकर

वेंगसरकर ने कहा, 'मैं न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच देखने गया था। ग्लेन टर्नर भी वहां थे, ग्रेग चैपल मेरे साथ बैठे थे। उस समय वह ऑस्ट्रेलिया ए टीम के प्रभारी थे।'

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, उस मैच में किवी टीम ने 240 या 250 रन (248/6) बनाए थे। विराट को पारी शुरू करने को कहा गया था। उन्होंने 123* (वास्तव में 120*) रन बनाए। मैं सटीक स्कोर जानता हूं क्योंकि मैं हर गेंद देख रहा था।'

वेंगसरकर ने कहा, 'शतक बनाने के बाद उन्होंने (कोहली) अपना विकेट नहीं गंवाया, वह नाबाद रहे और अपनी टीम के लिए मैच जीता। इसने मुझे सच में प्रभावित किया। और तभी मैंने सोचा कि ये एक लड़का है जिसे हमें भारतीय टीम में जगह देनी चाहिए क्योंकि वह मानसिक रूप से परिपक्व है। हमने उन्हें चुना और बाकी इतिहास है।'

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