मुंबई, 5 सितंबर। भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे पर है और उसे वनडे के बाद टेस्ट सीरीज में भी हार का सामना करना पड़ा है। विराट कोहली के अलावा टीम का कोई भी खिलाड़ी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाया और इसके बाद टीम के साथ-साथ पूरे मैनेजमेंट पर सवाल उठ रहा है। इसके बाद प्रशासकों की समिति (सीओए) ने टीम और टीम के सहयोगी स्टाफ के काम की समीक्षा करने का फैसला किया है।
सीओए की सदस्य डायना एडुलजी ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि हमने जानबूझकर टीम की किसी गतिविधियों में शामिल होने से परहेज किया है और इस दौरान हमने महसूस किया है कि हमने टीम प्रबंधन और चयनकर्ता खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर रखनी पड़ेगी। हम निश्चित रूप से कोचिंग स्टाफ के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे। जैसा कि आप जानते हैं, वे सभी एक साल के अनुबंध पर हैं।
एडुलजी ने कहा कि टीम के हर दौरे के बाद टीम मैनेजर की भूमिका होती है कि वो टीम की सही रिपोर्ट दे। इस दौरान बोर्ड उन चीजों के बारे में फैसला करता है, जिस में सुधार किया जा सकता है। हालांकि इस समय टीम मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम के भविष्य पर अब भी संदेह हैं, क्योंकि उनका कॉन्ट्रैक्ट इस दौरे के बाद खत्म हो रहा है। बता दें कि सुनील सुब्रमण्यम के भविष्य पर फैसला रवि शास्त्री द्वारा किया जाएगा।
टीम मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम के कॉन्ट्रैक्ट और उनकी भूमिका के बारे में बात करते हुए डायना एडुलजी ने कहा कि टीम मैनेजर को अपनी भूमिका के प्रति ईमानदार होना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि वो सही रिपोर्ट देंगे और वो अपने काम के प्रति ईमानदार रहेंगे।