IPL ट्रॉफी विवाद पर बीसीसीआई कार्यवाहक अध्यक्ष पर बरसीं डायना एडुल्जी

एडुल्जी आईपीएल चैंपियन टीम को ट्राफी सौंपना चाहती थी लेकिन सीओए के उनके साथी लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे ने उनकी बात नहीं मानी।

By भाषा | Published: May 16, 2019 6:56 PM

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ठळक मुद्देडायना एडुल्जी ने कहा कि वह आईपीएल की विजेता ट्रॉफी को इसलिए सौंपना चाहती थी।उन्होंने कहा सीके खन्ना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में वनडे मैच के दौरान पुरस्कार न देकर ‘प्रोटोकॉल का अनादर’ किया।

नई दिल्ली, 16 मई। प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना एडुल्जी ने गुरुवार को कहा कि वह आईपीएल की विजेता ट्राफी को इसलिए सौंपना चाहती थी क्योंकि उन्हें लगा कि बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में वनडे मैच के दौरान पुरस्कार न देकर ‘प्रोटोकॉल का अनादर’ किया।

एडुल्जी आईपीएल चैंपियन टीम को ट्राफी सौंपना चाहती थी लेकिन सीओए के उनके साथी लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे ने उनकी बात नहीं मानी। थोडगे का मानना था कि अध्यक्ष द्वारा ट्राफी सौंपे जाने की परंपरा का निर्वाह किया जाना चाहिए। आखिर में खन्ना ने ही ट्राफी सौंपी। खन्ना के लिये ट्राफी सौंपना हमेशा प्राथमिकता रही है लेकिन एडुल्जी ने अपने लंबे बयान में यह स्पष्ट नहीं किया कि यह उनके लिये भी इतना महत्वपूर्ण क्यों था।

एडुल्जी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘सीओए की आठ अप्रैल को हुई बैठक में इस मसले पर चर्चा हुई थी। चर्चा के दौरान मैंने जिक्र किया कि कार्यवाहक अध्यक्ष (सीके खन्ना) ने दिल्ली में द्विपक्षीय मैच के दौरान ट्राफी सौंपने के अपने अधिकार का इस्तेमाल नहीं किया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (खन्ना) प्रोटोकॉल का अनादर किया तथा राज्य संघ के एक पदाधिकारी को ट्राफी देने की अनुमति दी गयी और इसलिए आईपीएल फाइनल में सीओए सदस्यों को ट्राफी सौंपनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कार्यवाहक अध्यक्ष ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद का अपमान किया।’’

एडुल्जी ने दावा किया कि बैठक में उन्होंने कहा था कि अगर सीओए प्रमुख विनोद राय फाइनल के दौरान उपस्थित रहते हैं तो उन्हें ट्राफी सौंपनी चाहिए अन्यथा उन्हें और लेफ्टिनेंट जनरल थोडगे मिलकर उसे सौंपना चाहिए। एडुल्जी को गुस्सा इस बात पर आया कि खन्ना ने कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी का दो साल पुराना ईमेल दिखाया जिसमें पूर्व आईपीएल अधिकारी ने परंपरा का निर्वाह करने की बात कही थी।

एडुल्जी ने कहा, ‘‘फाइनल से कुछ दिन पहले खन्ना ने कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी का एक मेल फारवर्ड किया जो कि वर्ष 2017 में लिखा गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रोटोकॉल के अनुसार बीसीसीआई अध्यक्ष को ट्राफी सौंपनी चाहिए।’’ इस पूर्व महिला क्रिकेटर ने फिर से सवाल उठाया कि खन्ना ने आस्ट्रेलिया वनडे के दौरान प्रोटोकॉल का अनुसरण क्यों नहीं किया। तब डीडीसीए अध्यक्ष रजत शर्मा ने ट्रॉफी सौंपी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘कार्यवाहक सचिव के मेल सहित कई मेल में यह पूछा गया कि आखिर किन कारणों से कार्यवाहक अध्यक्ष ने डीडीसीए प्रतिनिधि को ट्राफी सौंपने की अनुमति दी लेकिन आज तक खन्ना ने इसका जवाब देना उचित नहीं समझा आखिर किन कारणों से उन्होंने यह फैसला किया।’’

एडुल्जी ने खन्ना पर अमिताभ का ईमेल पर जेब लेकर घूमने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘फाइनल वाले दिन हमेशा की तरह उनकी दिलचस्पी केवल ट्राफी सौंपने में थी और इसलिए उन्होंने 2017 का ईमेल अपनी जेब में रखा हुआ था।’’ एडुल्जी ने आरोप लगाया कि उन्हें ट्राफी सौंपने से रोकने में बीसीसीआई के कुछ लोगों ने भी पर्दे के पीछे से अहम भूमिका निभायी।

टॅग्स :प्रशासकों की समितिबीसीसीआईआईपीएल 2019इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)

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