Border-Gavaskar Trophy 2023: भारतीय टीम टेस्ट मैचों में घरेलू परिस्थितियों में हमेशा मजबूत मानी जाती है लेकिन दक्षिण अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला जेपी डुमिनी का मानना है कि चार मैचों की बॉर्डर गावस्कर श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी होगा और टीम 2-1 इसे जीत सकती है।
इस श्रृंखला में भारत को ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह जैसे अहम खिलाड़ियों की सेवाएं नहीं मिलेगी लेकिन हरफनमौला रविन्द्र जडेजा घुटने की सर्जरी से उबर कर वापसी करने के लिए तैयार हैं। नागपुर में नौ फरवरी से शुरू होने वाली टेस्ट श्रृंखला के बारे में पूछे जाने पर डुमिनी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह काफी करीबी श्रृंखला होगी लेकिन मुझे सच में लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के पास अच्छा मौका है।
वे निश्चित रूप से ऐसी टीम है जो भारत को हरा सकती है।’’ डुमिनी ने दक्षिण अफ्रीका (एसए) टी20 लीग के द्वारा आयोजित ऑनलाइन बातचीत में कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम इसे 2-1 से जीतेगी और उस्मान ख्वाजा श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनकर उभरेंगे।’’ ख्वाजा ने इस साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सिडनी टेस्ट में नाबाद 195 रन की पारी खेली थी।
एसए टी20 लीग में पार्ल रॉयल्स टीम को कोचिंग दे रहे डुमिनी ने हालांकि कहा कि घरेलू परिस्थितियों में भारत को कमजोर आंकना गलती होगी। उन्होंने कहा, ‘‘आप (रविचंद्रन) अश्विन के बारे में सोचते हैं, जिनका भारत में शानदार टेस्ट रिकॉर्ड है, वह शायद टीम के लिए सबसे अहम होंगे।’’
बायें हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘‘जब टेस्ट क्रिकेट की बात आती है, तो आपको अपने संसाधनों का उपयोग करना होता है। भारत के पास (चेतेश्वर) पुजारा, विराट कोहली जैसे खिलाड़ी जो टेस्ट क्रिकेट में शानदार हैं। वे काफी रन बनाते हैं। ’’
टर्निंग विकेटों पर नयी गेंद को खेलना सबसे कठिन चुनौती : ख्वाजा
पिछले कुछ साल में काफी सफल रहे आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा का कहना है कि भारत के खिलाफ नागपुर में नौ फरवरी से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में रविचंद्रन अश्विन की अगुवाई में भारतीय स्पिन आक्रमण का सामना करना सबसे कठिन चुनौती होगा । पाकिस्तान में जन्में ख्वाजा वीजा मिलने में विलंब के कारण टीम के बाद यहां पहुंचे हैं ।
वह डेविड वॉर्नर के साथ पारी का आगाज करेंगे । ख्वाजा ने भारत में सीमित ओवरों का क्रिकेट खेला है लेकिन अब उन्हें टेस्ट खेलने का मौका मिलेगा । वह 2013 और 2017 की टेस्ट टीम का हिस्सा थे । हाल ही में आस्ट्रेलिया के वर्ष के टेस्ट क्रिकेटर चुने गए ख्वाजा पर आस्ट्रेलिया के प्रदर्शन का काफी दारोमदार होगा ।
आस्ट्रेलिया ने 2004 . 05 के बाद से भारत में टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है । उन्होंने कहा ,‘‘ अलग तरह का अहसास है । इस खेल में कोई गारंटी तो नहीं है लेकिन बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अधिक परिपक्वता आई है ।’’ उन्होंने ‘सिडनी मॉर्निेंग हेराल्ड’ से कहा ,‘‘हमने पिछले दस साल में काफी कुछ सीखा है ।
खासकर किस तरह की विकेट मिलेगी और मुझे लगता है कि अब हम यहां टेस्ट जीत सकते हैं । अब हम पहले से बेहतर स्थिति में हैं लेकिन श्रृंखला बहुत कठिन होगी ।’’ आस्ट्रेलिया ने टेस्ट श्रृंखला से पहले अभ्यास मैच नहीं खेलने का फैसला किया । इसकी बजाय बेंगलुरु के निकट स्पिनरों की मददगार पिच पर अभ्यास करना बेहतर समझा ।
वे अश्विन को सबसे बड़े खतरे के रूप में देख रहे हैं और उसका सामना करने की तैयारी के लिये ‘डुप्लीकेट’ की मदद ले रहे हैं । ख्वाजा ने कहा ,‘‘ अश्विन तोप है । वह काफी हुनरमंद है और उसके पास विविधता भी है जिसका वह बखूबी इस्तेमाल करता है । उसका सामना करना चुनौतीपूर्ण होगा ।
विकेट तीसरे चौथे दिन टर्न लेगी और वह अधिकांश ओवर डालेगा । मुझे देखना होगा कि उसके सामने रन कैसे बना सकूंगा ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ अगर विकेट अच्छी हुई तो नयी गेंद को खेलना सबसे आसान होगा लेकिन विकेट टूटने पर अगर स्पिनर नयी गेंद संभाल रहे हैं तो भारत में बल्लेबाजी करना सबसे मुश्किल हो जाता है ।’’