जानिए आखिर क्यों बीसीसीआई ने धोनी को नहीं दी 'टॉप ग्रेड' में जगह, क्या कहते हैं नियम?

नए अनुबंध के मुताबिक कप्तान विराट कोहली, एक दिवसीय उपकप्तान रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें ए प्लस श्रेणी में रखा गया है।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: March 8, 2019 01:29 PM2019-03-08T13:29:14+5:302019-03-08T13:29:14+5:30

Board of Control for Cricket in India (BCCI) Annual Player Contracts 2018-19: Mahendra Singh Dhoni | जानिए आखिर क्यों बीसीसीआई ने धोनी को नहीं दी 'टॉप ग्रेड' में जगह, क्या कहते हैं नियम?

जानिए आखिर क्यों बीसीसीआई ने धोनी को नहीं दी 'टॉप ग्रेड' में जगह, क्या कहते हैं नियम?

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BCCI ने 7 मार्च को टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए वार्षिक अनुबंध की घोषणा की। इसमें शिखर धवन और तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को A+ श्रेणी से बाहर रखा गया है। धोनी को 'ए' ग्रेड में रखा गया है। पिछली बार भी माही इसी ग्रेड में थे, जिसके चलते फैंस इस सोच में पड़ गए हैं कि उन्हें A+ श्रेणी में क्यों स्थान नहीं मिला?

क्या है वजह: दरअसल नियम के मुताबिक A+ श्रेणी में वही खिलड़ी आ सकता है, जो क्रिकेट के तीनों फॉर्मट (टेस्ट, वनडे और टी20) खेल रहा हो। इसके चलते धोनी को इस ग्रेड में नहीं रखा जा सकता।

नए अनुबंध के मुताबिक कप्तान विराट कोहली, एक दिवसीय उपकप्तान रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें ए प्लस श्रेणी में रखा गया है। इसके अनुसार भुवनेश्वर और धवन को जहां ए प्लस श्रेणी से बाहर कर दिया गया है वहीं युवा विकेटकीपर और बल्लेबाज ऋषभ पंत को ए श्रेणी में जगह दी गयी है।

अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची : 

ग्रेड- ए + (7 करोड़ सालाना): विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह।

ग्रेड- ए (5 करोड़ सालाना): एम एस धोनी, चेतेश्वर पुजारा, ऋषभ पंत, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार, अजिंक्य रहाणे। 

ग्रेड- बी (3 करोड़ सालाना): के एल राहुल, हार्दिक पंड्या, उमेश यादव, युजवेंद्र चहल।

ग्रेड- सी (1 करोड़ सालाना): केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, अंबाती रायुडू, मनीष पांडे, हनुमा विहारी, खलील अहमद, ऋद्धिमान साहा। 

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