Ball Tampering: अफरीदी से सचिन तक पर लग चुके हैं आरोप, किसी ने वैसलीन से चमकाई तो कोई दांत से चबा गया गेंद

Ball Tampering: ICC ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांदीमल पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।

By सुमित राय | Published: June 18, 2018 10:33 AM2018-06-18T10:33:59+5:302018-06-18T10:33:59+5:30

Ball Tampering: Sachin Tendulkar to Shahid Afridi, Famous case of Ball Tampering in Cricket History | Ball Tampering: अफरीदी से सचिन तक पर लग चुके हैं आरोप, किसी ने वैसलीन से चमकाई तो कोई दांत से चबा गया गेंद

Ball Tampering: Sachin Tendulkar to Shahid Afridi, Famous case of Ball Tampering in Cricket History

googleNewsNext

आईसीसी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांदीमल पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। आईसीसी ने रविवार को इसकी जानकारी दी। आईसीसी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर जारी पोस्ट में लिखा कि श्रीलंका के कप्तान चंडीमल को आईसीसी की आचार संहिता 2.2.9 स्तर के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। आईसीसी के आचार संहिता का अनुच्छेद 2.2.9 टेस्ट मैच, वनडे और टी-20 के खेल की शर्तो के उपनियम 41.3 के उल्लंघन से संबंधित है।

इसके साथ ही उन सभी घटनाओं को याद किया जाने लगा है, जब बॉल टैम्परिंग के कारण क्रिकेट जगत को शर्मसार होना पड़ा। क्रिकेट ग्राउंड पर खिलाड़ी टैम्परिंग के लिए अलग-अलग तरीके का इस्तेमाल करते हैं और कई दिग्‍गज प्‍लेयर्स पर आरोप लग चुके हैं। हम आपको बता रहे हैं क्रिकेट जगत की उन घटनाओं के बारे में जब बॉल टैम्पिरिंग ने क्रिकेट को बदनाम किया।

बॉल टैम्परिंग में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्मिथ शामिल

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ, पूर्व उप-कप्तान डेविड वॉर्नर और गेंदबाज बैनक्रॉफ्ट पर बॉल टैम्परिंग का आरोप लगा था। इसके बाद जांच में स्मिथ और वॉर्नर को साजिशकर्ता के रूप पाया गया और उनपर एक साल का बैन लगाया गया। वहीं गेंद से छेड़छाड़ करने वाले बैनक्रॉफ्ट को 9 महीने के लिए बैन कर दिया गया। बता दें कि बैनक्रॉफ्ट को पैंट की पॉकेट से पीले रंग का टेप गेंद पर रगड़ते हुए कैमरे में पकड़े गए थे। गेंद को रगड़ने के बाद पहले उन्होंने उस टेप को पॉकेट में छिपाया और फिर बार-बार स्क्रिन पर चले रिप्ले के बाद चुपके से उसे पैंट के अंदर छिपाने की कोशिश की। बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैनक्रॉफ्ट ने अपनी गलती स्वीकार की। साथ स्मिथ ने भी माना कि टीम के कुछ खिलाड़ियों ने यह योजना बनाई थी और बतौर कप्तान वह भी इसमें शामिल थे।

टीम इंडिया हुई थी 'वैसलीन कांड' का शिकार

गेंद से छेड़छाड़ का सबसे चर्चित और विवादास्पद मामला 1976-77 में हुआ था। इस मामले को 'वैसलीन कांड' के नाम से आज भी जाना जाता है। इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर थी और इंग्लैंड टीम के युवा तेज गेंदबाज जॉन लीवर पर वैसलीन से छेड़छाड़ का आरोप लगा था। जॉन ने इस दौरे पर 26 विकेट लिए थे। लीवर की पहचान गेंद को स्विंग कराने के लिए हुई, लेकिन उनकी बॉल टैम्परिंग की हरकत को कोई नहीं पकड़ पाया। दरअसल, लीवर अपने माथे पर एक पट्टी बांध कर गेंदबाजी किया करते थे। बाद में लीवर की पट्टी के नीचे वैसलीन पाई गई। वह वैसलीन लगाकर गेंद की चमक बनाए रखते थे और गेंद को ज्यादा स्विंग कराते थे। उस समय टीम इंडिया के कप्तान बिशन सिंह बेदी ने सबसे पहली लीवर पर इस तरह के आरोप लगाए। बाद में इस मामले ने तूल पकड़ लिया और लीवर जब दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गए तो उन पर तीन साल का प्रतिबंध लग गया।

सचिन पर भी लग चुका है बॉल टैम्परिंग का आरोप

बॉल टैम्परिंग का वाक्या कोई नया नहीं है, यह पहले से खिलाड़ियों पर लगता रहा है। इनमें टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेदुलकर भी शामिल हैं। नवंबर 2001 में पोर्ट एलिजाबेथ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्‍ट मैच में सचिन के खिलाफ बॉल टैम्परिंग का आरोप लगा था। इसके बाद मैच रेफरी माइक डेनिस ने उन पर एक मैच का बैन लगाया था। हालांकि सचिन ने बॉल टैम्परिंग की बातों से इनकार किया था। सचिन ने कहा था कि उन्‍होंने बॉल की सीम को प्रभावित करने की कोशिश नहीं की, वह तो केवल बॉल पर लगी घास को हटा रहे थे। बाद में आईसीसी ने तेंदुलकर को आरोपों से मुक्‍त कर दिया था।

बॉल को दांत से चबा गए थे शाहिद अफरीदी

क्रिकेट जगत में बॉल टैम्परिंग की घटनाओं में सबसे बड़ा मामला शाहिद अफरीदी का था, उन्होंने बॉल के एक हिस्से को दांत से काट लिया था। साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच में शाहिद ने इस काम को अंजाम दिया था, इसके बाद उन्हें दो मैचों के लिए बैन कर दिया था। पाक टीम की कमन संभालते हुए शाहिद अफरीदी ने बॉल के एक तरफ के हिस्‍से को दांतों से चबाते हुए देखा गया था। शाहिद ने बाद में माफी मांगते हुए कहा था कि मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। ये बस हो गया। मैं मैच जीतने के लिए अपने बॉलरों की मदद करना चाहता था। दुनिया में कोई ऐसी टीम नहीं है जो बॉल टैंपरिंग नहीं करती हो। मेरे तरीके गलत थे। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था और इसके लिए मैं शर्मिंदा हूं। मैं बस गेम जीतना चाहता था लेकिन ऐसा करना वास्‍तव में गलत था।

फाफ डु प्लेसिस भी फंस चुके हैं बॉल टैम्परिंग के फेर में

नवंबर 2016 में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड टेस्‍ट में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी फाफ डु प्‍लेसिस को बॉल टैम्परिंग करते देखा गया। उनके मुंह के मिंट के उपयोग से बॉल की कंडीशन को चेंज करते देखे गया था। उनको आईसीसी के सेक्‍शन 42(3) का दोषी पाया गया और पूरे मैच की फीस काट ली गई।

पाकिस्‍तानी खिलाड़ी वकार युनूस भी हो चुके हैं सस्पेंड

पाकिस्‍तानी खिलाड़ी वकार युनूस भी बॉल टैम्परिंग मामले में फंस चुके हैं और इसके कारण उन्हें सस्‍पेंड कर दिया गया था। साल 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच में उनको बॉल की सीम के साथ छेड़छाड़ का दोषी पाया गया। उसके बाद मैच रेफरी जॉन रीड ने उनको श्रीलंका के खिलाफ अगले मैच के लिए सस्‍पेंड कर दिया। वह त्रिकोणीय सीरीज थी।

Open in app