Highlightsऑस्ट्रेलिया में पिछले 18 मैच में जीत हासिल नहीं कर पाने का सिलसिला रोक दिया।दो दिन के अंदर जीतकर ऑस्ट्रेलिया की क्लीन स्वीप करने की उम्मीद पर पानी फेर दिया। इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया में इससे पहले आखिरी बार 2010-11 की श्रृंखला में मैच जीता था।
मेलबर्नः इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया में आखिरी टेस्ट मैच जनवरी 2011 में एससीजी में जीता था। ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 18 टेस्ट मैचों में जो रूट की यह पहली जीत है और बेन स्टोक्स की 13 मैचों में यह पहली जीत है। इंग्लैंड ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में खेले गए चौथे एशेज टेस्ट क्रिकेट मैच में चार विकेट से जीत दर्ज करके ऑस्ट्रेलिया में पिछले 18 मैच में जीत हासिल नहीं कर पाने का सिलसिला रोक दिया। इंग्लैंड सीरीज के पहले तीन टेस्ट मैच हार गया था जिससे आस्ट्रेलिया ने केवल 11 दिन में एशेज अपने पास बरकरार रखी थी।
Ashes 2025-26: सबसे कम समय में पूरे हुए एशेज टेस्ट (गेंदों की संख्या के आधार पर)-
788 - ओल्ड ट्रैफर्ड, 1888 (विजेता: इंग्लैंड)
792 - लॉर्ड्स, 1888 (विजेता: ऑस्ट्रेलिया)
847 - पर्थ, 2025 (विजेता: ऑस्ट्रेलिया)
852 - मेलबर्न, 2025 (विजेता: इंग्लैंड)
911 - सिडनी, 1895 (विजेता: ऑस्ट्रेलिया)।
इंग्लैंड ने हालांकि चौथे टेस्ट मैच को दो दिन के अंदर जीतकर ऑस्ट्रेलिया की क्लीन स्वीप करने की उम्मीद पर पानी फेर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में पहला मैच दो दिन से जीता था। यह 129 वर्षों में पहला अवसर है जबकि किसी एक श्रृंखला के दो मैच दो दिन में समाप्त हो गए। इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया में इससे पहले आखिरी बार 2010-11 की श्रृंखला में मैच जीता था।
व्यक्तिगत 50-प्लस स्कोर के बिना 500-प्लस मैच-एग्रीगेट-
787 - ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, एजबेस्टन, 1981
652 - भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, नागपुर, 2015
572 - ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, मेलबर्न, 2025
539 - ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, सिडनी, 1887
516 - वेस्टइंडीज बनाम ऑस्ट्रेलिया, किंग्स्टन, 2025
507 - न्यूजीलैंड बनाम भारत, हैमिल्टन, 2002।
उसने तब यह श्रृंखला 3-1 से अपने नाम की थी। इसके बाद इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया में खेले गए लगभग 15 वर्षों में 18 टेस्ट मैचों में से 16 मैच हारे थे जबकि बाकी दो मैच ड्रॉ रहे। पहली पारी में 152 रन बनाने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम अपनी दूसरी पारी में 132 रन पर आउट हो गई। इस तरह से उसने इंग्लैंड के सामने 175 रन का लक्ष्य रखा।
पहली पारी में 110 रन पर आउट होने वाले इंग्लैंड ने छह विकेट पर 178 रन बनाकर अपने हजारों धैर्यवान लेकिन वफादार ‘बार्मी आर्मी’ प्रशंसकों को उन्मादपूर्ण जश्न में डुबो दिया। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मैच के बाद कहा, ‘‘अब तक यह दौरा काफी कठिन रहा है। हमने जिस तरह से प्रदर्शन किया वह शानदार था। हमने साहसिक खेल दिखाया और अपने काम को अंजाम तक पहुंचाया।’’
एमसीजी की पिच पर तेज गेंदबाजों की तूती बोली। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहले दिन 20 और दूसरे दिन 16 विकेट गिरे। इंग्लैंड ने मैच के छठे सत्र में ही जीत हासिल की। इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए आक्रामक शुरुआत की। पहले 10 ओवर में ही उसने बेन डकेट (34) और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजे गए ब्रायडन कार्स (06) के विकेट गंवाकर दो विकेट पर 70 रन बना लिए थे। स्कॉट बोलैंड ने जाक क्रॉली (37) और जैकब बेथेल (40) को आउट किया। इन दोनों ने हालांकि अहम योगदान दिया।
क्रॉली ने डकेट के साथ पहले विकेट के लिए 51 और बेथेल के साथ तीसरे विकेट के लिए 47 रन की महत्वपूर्ण साझेदारियां की। जो रूट (15) और स्टोक्स (02) सस्ते में आउट हो गए, जिसके बाद जेमी स्मिथ (नाबाद 03) और हैरी ब्रूक (नाबाद 18) ने इंग्लैंड को लक्ष्य तक पहुंचाया। इस तरह से इंग्लैंड ने चार जनवरी से सिडनी में शुरू होने वाले पांचवें और आखिरी टेस्ट से पहले मनोबल बढ़ाने वाली जीत हासिल की।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मिचेल स्टार्क, झाय रिचर्डसन और बोलैंड ने दो-दो विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा, ‘‘अगर हम दोनों पारियों में 50 या 60 रन और बना लेते तो शायद जीत हासिल कर लेते।’’ ऑस्ट्रेलिया ने सुबह अपनी दूसरी पारी बिना किसी नुकसान के चार रन से आगे बढ़ाई लेकिन उसके केवल तीन बल्लेबाज ही दोहरे अंक तक पहुंचे।
इनमें सलामी बल्लेबाज ट्रैविस हेड (46), स्मिथ (नाबाद 24) और कैमरन ग्रीन (19) शामिल हैं। ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में सस्ते में आउट करने में कार्स ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 34 रन देकर चार विकेट लिए जबकि स्टोक्स ने 24 रन देकर तीन विकेट लेकर उनका अच्छा साथ दिया।
पहली पारी में पांच विकेट लेने वाले जोश टंग ने 44 रन देकर दो जबकि गश एटकिंसन ने 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। ऑस्ट्रेलिया ने नाइटवॉचमैन बोलैंड (06) का विकेट जल्दी खो दिया। इसके बाद जैक वेदरल्ड (05) और मार्नस लाबुशेन (08) भी आयाराम गयाराम ही साबित हुए। हेड के आउट होने के बाद अगले दो ओवरों में उस्मान ख्वाजा (00) और एलेक्स कैरी (04) भी पवेलियन लौट गए।
जिससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 82 रन से छह विकेट पर 86 रन हो गया। लंच के बाद स्टोक्स ने ग्रीन का महत्वपूर्ण विकेट लिया, जिन्होंने दूसरी स्लिप पर कैच दिया। इसके बाद कार्स ने निचले क्रम के बल्लेबाजों को समेटने में देर नहीं लगाई। इस बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉड ग्रीनबर्ग ने शनिवार को कहा कि कम अवधि वाले मैच टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए अच्छे नहीं हैं और सीए भविष्य में पिच की तैयारी में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने पर विचार करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने शुरू से ही विकेट तैयार करने के मामलों में हस्तक्षेप न करने का दृष्टिकोण अपनाया है लेकिन जब आप खेल के व्यावसायिक पक्ष पर इसका प्रभाव देखते हैं तो पिच की तैयारी को पूरी तरह से नजरअंदाज करना मुश्किल हो जाता है।’’
एमसीजी में शनिवार को दर्शकों की संख्या 92,045 थी, जो ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों के इतिहास में सर्वाधिक दर्शकों की संख्या की सूची में दूसरे स्थान पर है। इसी मैच के पहले दिन शुक्रवार को 94,199 दर्शकों ने स्टेडियम में पहुंचकर नया रिकॉर्ड बनाया था। अधिकारियों ने बताया कि तीसरे दिन के लिए 90,000 टिकट बिक चुके थे।