Highlightsजस्टिन लैंगर को 2018 में मुख्य कोच नियुक्त किया गया था।टीम ने रविवार को पहली बार टी20 विश्व कप जीता।एम क्लार्क ने कहा कि वह चाहते थे कि आस्ट्रेलिया दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बने।
Ashes 2021-22: इंग्लैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज जोस बटलर एशेज में एक बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ऋषभ पंत की मैच जिताऊ पारियों से प्रेरणा ली है। बटलर इंग्लैंड के लिए हाल ही में टी 20 विश्व कप 2021 में शानदार फॉर्म में थे और साथ ही एक शानदार शतक भी लगाया।
जोस बटलर एशेज में इंग्लैंड के लिए पहली पसंद विकेटकीपर हैं। वर्ष की शुरुआत में ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया में कई शानदार पारियां खेली थी। जोस बटलर उसे देख सीख रहे हैं। एशेज की तैयारी कर रहे इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर जोस बटलर भारतीय टीम के पिछले आस्ट्रेलिया दौरे पर आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के ‘पूरी तरह से निडर’ होकर खेलने के रवैये से प्रेरणा ले रहे हैं।
सिडनी और ब्रिसबेन में अंतिम दो टेस्ट में 24 साल के पंत की दो शानदार पारियों की बदौलत चोटों से जूझ रहे भारत ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए टेस्ट श्रृंखला जीती थी। बटलर ने ‘डेली टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘‘पिछली सर्दियों में जब वे (भारत) वहां जीते थे तो आस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों में मैंने एक खिलाड़ी को खेलते हुए देखने का लुत्फ उठाया जो ऋषभ पंत था।
वह रक्षात्मक और आक्रामक पहलुओं के बीच जिस तरह अपना खेल बदल सकता है वह मुझे पसंद है। पूरी तरह से निडर रवैया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी विकेटकीपर जो अधिक सकारात्मक होना पसंद करता है, वह ऋषभ को देख सकता है- उसकी मानसिकता और अपने खेल की योजना को लेकर प्रतिबद्धता, फिर वह आक्रामक होकर खेल रहा हो या रक्षात्मक होकर।’’
आस्ट्रेलिया पर भारत की 2-1 की जीत के दौरान पंत ने पांच पारियों में 68.50 की औसत से 274 रन बनाए थे। बटलर इंग्लैंड टीम के अन्य सदस्यों के साथ एशेज के लिए पहुंचे हैं। दो हफ्ते के नियमित पृथकवास के बाद वह ब्रिसबेन में आठ दिसंबर से शुरू हो रही पांच टेस्ट की श्रृंखला की तैयारी शुरू करेंगे। आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले बटलर ने कहा कि अभ्यास सत्र के दौरान हालात से सामंजस्य बैठाना महत्वपूर्ण होगा क्योंकि वह आस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आस्ट्रेलिया में एकदिवसीय और टी20 क्रिकेट खेला हूं लेकिन लाल गेंद से कोई क्रिकेट नहीं खेला। इसलिए महत्वपूर्ण है कि तैयारी के दौरान नेट्स पर और अभ्यास मैचों में परिस्थितियों को समझने का प्रयास करूं और तय करूं कि कौन से शॉट खेलने हैं, गेंद कितना सीम करेगी और हालात से सामंजस्य बैठाऊं। ’’