Highlightsएमएस धोनी को भारतीय सेना में टेरिटोरियल आर्मी की ट्रेनिंग की इजाजत मिल गई है।धोनी ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए खुद को उपलब्ध नहीं बताते हुए ट्रेनिंग कि इजाजत मांगी थी।आर्मी चीफ से इजाजत मिलने के बाद धोनी पैराशूट रेजिमेंट के साथ दो महीने की ट्रेनिंग लेंगे।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी को भारतीय सेना में टेरिटोरियल आर्मी की ट्रेनिंग की इजाजत मिल गई है। धोनी ने खुद को वेस्टइंडीज दौरे के लिए खुद को उपलब्ध नहीं बताते हुए भारतीय सेना में ट्रेनिंग कि इजाजत मांगी थी। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने धोनी को इसकी इजाजत दे दी है।
आर्मी चीफ बिपिन रावत से इजाजत मिलने के बाद धोनी अब पैराशूट रेजिमेंट बटालियन के साथ दो महीने की ट्रेनिंग लेंगे। धोनी की यह ट्रेनिंग जम्मू-कश्मीर में हो सकती है, लेकिन धोनी को किसी भी ऑपरेशन का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा।
धोनी टेरिटोरियल आर्मी के 106 इंफैंट्री बटालियन के सदस्य हैं, जो इस समय कश्मीर में स्टैटिक ड्यूटी के लिए तैनात है। बता दें कि धोनी टेरिटोरियल आर्मी के पैराशूट रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं। धोनी को साल 2011 में इंडियन टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल का रैंक दिया गया था।
धोनी 2015 में ले चुके हैं ट्रेनिंग
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी पहले भी टेरिटोरियल आर्मी की ट्रेनिंग ले चुके हैं। धोनी ने अगस्त 2015 में आगरा के पैरा प्रशिक्षण स्कूल में स्पेशल फोर्स के साथ एक महीने की ट्रेनिंग कर चुके हैं। उस दौरान उन्होंने पाराट्रूपर के तौर पर पास होने के लिए पांच पैरा जंप भी पूरे किए थे और उन्होंने पांचवीं जंप 1250 फीट ऊपर से लगाई थी।
क्या है टेरिटोरियल आर्मी
टेरिटोरियल आर्मी यानि प्रादेशिक सेना इंडियन आर्मी का हिस्सा है, जो नियमित सेना के बाद दूसरी लाइन की सेना है। इसमें भारतीय नागरिक अपनी इच्छा से जुड़ सकते हैं और जरूरत पड़ने पर देशसेवा के लिए स्वीकृति देनी होती है। टेरिटोलियल आर्मी से जुड़े लोगों को किसी प्रकार की सैलरी नहीं दी जाती है, हालांकि उन्हें साल में एक से दो माह की ट्रेनिंग दी जाती है।