श्रीलंका पुलिस ने 2011 वर्ल्ड कप फिक्सिंग आरोपों को लेकर पूर्व कप्तान अरविंद डिसिल्वा से की पूछताछ, अब फाइनल में फ्लॉप रहे उपुल थरंगा को बुलाया

Aravinda de Silva: 2011 वर्ल्ड कप में मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच कर रही श्रीलंका पुलिस ने पूर्व कप्तान अरविंद डिसिल्वा से छह घंटे पूछताछ के बाद उपुल थरंगा को बुलाटया

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 01, 2020 2:05 PM

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ठळक मुद्देश्रीलंका पुलिस ने 2011 वर्ल्ड कप में फिक्सिंग के आरोपों की जांच के तहत अरविंद डिसिल्वा से की पूछताछअरविंद डिसिल्वा ने अब 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में फ्लॉप रहे उपुल थरंगा को पूछताछ के लिए बुलाया

पूर्व श्रीलंकाई कप्तान और 2011 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के चीफ सेलेक्टर रहे अरविंद डिसिल्वा से उस वर्ल्ड कप में मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिए सबसे पहले पूछताछ की गई है। अरविंद से श्रीलंका की नवगठित खेल संबंधित एंटी-करप्शन यूनिट ने छह घंटे तक पूछताछ की।

एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, एंटी-करप्शन यूनिट के प्रमुख जगाथ फोनसेका ने अरविंद डिसिल्वा से पूछताछ के बाद कहा, 'आज हमने (2011 वर्ल्ड कप) मैच फिक्सिंग आरोपों के मामले में जांच शुरू की है।'

अरविंद डिसिल्वा से हुई 2011 वर्ल्ड कप मैच फिक्सिंग मामले में पूछताछ 

उन्होंने कहा, 'अरविंद डिसिल्वा द्वारा दिए गए बयान के आधार पर हमने 2011 वर्ल्ड कप टीम के एक खिलाड़ी, उपुल थरंगा को कल उनका बयान दर्ज करने के लिए बुलाने का फैसला किया है।'  

फोंसेका ने कहा कि वे खुफिया रिपोर्ट प्राप्त कर रहे थे और साथ ही अनिर्दिष्ट अंतर्राष्ट्रीय स्रोतों से इनपुट प्राप्त कर रहे थे ताकि क्रिकेट के सबसे विस्फोटक मैच फिक्सिंग विवादों में से एक में जांच जारी रह सके।

श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री ने लगाया था वर्ल्ड कप 2011 के फिक्स होने का आरोप

ये जांच, पूर्व खेल मंत्री महेंद्रानंद अलुथगामगे द्वारा इस महीने की शुरुआत में किए गए उस दावे के बाद शुरू हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि श्रीलंका ने भारतीय जीत सुनिश्चित करने के लिए वर्ल्ड कप बेच दिया था।

इससे पहले 1996 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान रहे अर्जुन रणतुंगा ने भी 2011 वर्ल्ड कप के फिक्स होने का आरोप लगाया था। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में अच्छी शुरुआत के बाद श्रीलंका की टीम 6 विकेट से हार गई थी।

2011 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य रहे उपुल थरंगा से होगी पूछताछ

डि सिल्वा ने पूछताछ के बाद किसी टिप्पणी से इनकार कर दिया और वह चुपचाप विशेष जांच इकाई (एसआईयू) से बाहर चले गए, जहां उन्होंने कम से कम तीन जासूसों के साथ छह घंटे बिताए, जो उन आरोपों की जांच कर रहे हैं कि श्रीलंका ने भारत को वर्ल्ड कप फाइनल बेच दिया था।

थरंगा, जिनसे बुधवार को पूछताछ की जानी है, फाइनल में श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज थे। उन्होंने 20 गेंदों का सामना करते हुए क्रीज पर 30 मिनट रहने के दौरान केवल दो रन बनाए थे। 

श्रीलंका ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में 274/6 का स्कोर बनाया था और सचिन तेंदुलकर को केवल 18 के स्कोर पर आउट करके मजबूत स्थिति में था, लेकिन कुमार संगकारा की अगुवाई वाली टीम की खराब गेंदबाजी और फील्डिंग की वजह से इसके बाद मैच में नाटकीय बदलाव हुआ था।

पूर्व श्रीलंकाई खेल मंत्री के आरोपों पर कुमार संगकारा ने कहा था कि उन्हें अपने आरोपों की शिकायत आईसीसी से करनी चाहिए।

नवंबर में मैच फिक्सिंग को दंडनीय अपराध घोषित किया गया था और इसके तहत दोषी पाए जाने वाले पर 100 करोड़ा का जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान किया गया है।

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