जानिए कौन हैं 56 गेंदों में 128 रन ठोक चुकीं 15 साल की 'सचिन की फैन', जिन्हें मिली 'भारतीय टीम' में जगह

Shafali Verma: रोहतक की 15 वर्षीय सचिन फैन शेफाली वर्मा को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम में मिली जगह

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 06, 2019 1:24 PM

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ठळक मुद्देरोहतक की 15 वर्षीय शेफाली वर्मा को मिली भारतीय महिला टी20 टीम में जगहशेफाली ने सचिन की आखिरी रणजी पारी देखकर लिया था क्रिकेटर बनने का फैसला

सितंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम में एक 15 वर्षीय खिलाड़ी का चयन हुआ है। रोहतक, हरियाणा से आने वाली इस युवा बल्लेबाज का नाम है शेफाली वर्मा, जिन्होंने पांच साल पहले अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर की आखिरी रणजी पारी देखने के बाद क्रिकेटर बनने का फैसला किया था। 

नंबर 2013 में हरियाणा के लाहिली मैदान में अपना आखिरी रणजी मैच खेलने उतरे सचिन तेंदुलकर की एक झलक पाने के लिए 10 साल की शेफाली वर्मा को बहुत मशक्कत करनी पड़ी थी। 

शेफाली ने सचिन को देखकर लिया था क्रिकेटर बनने का फैसला

भारतीय टीम में अपने चयन के बाद पीटीआई को दिए इंटरव्यू में शेफाली ने कहा, 'जितने लोग सचिन सर को अंदर देखने के लिए खड़े थे, उतने ही बाहर भी थे। तब मुझे अहसास हुआ कि भारत में क्रिकेटर होना कितनी बड़ी बात है, खासतौर पर तब जबकि आप सचिन सर जैसे सम्मानित हो।'

शेफाली ने कहा, 'मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकती। मेरी क्रिकेट की यात्रा उसी दिन से शुरू हुई।'

शेफाली ने 56 गेंदों की 128 रन की पारी से खींचा था ध्यान

शेफाली वर्मा एक आक्रामक बल्लेबाज हैं और संघर्ष कर रही भारतीय महिला टीम को उनके ही जैसे बल्लेबाज की जरूरत है। शेफाली ने पहली बार चयनकर्ताओं का ध्यान 2018 में इंटर-स्टेट वीमेंस टी20 टूर्नामेंट में नागालैंड के खिलाफ महज 56 गेंदों में 128 रन की जोरदार पारी खेलते हुए खींचा था।  

इसके बाद शेफाली ने इस साल जयपुर में हुए मिनी महिला आईपीएल कहे जाने वाले वीमेंस टी20 चैलेंज में कई इंटरनेशनल गेंदबाजों के सामने 31 गेंदों में 34 रन की दमदार पारी से फिर से अपना लोहा मनवाया। वह इस मिनी आईपीएल में मिताली राज की कप्तानी वाली वेलोसिटी टीम के लिए खेली थीं।

शेफाली ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मैं इस चयन की उम्मीद कर रही थई। मैंने घरेलू क्रिकेट में और साथ ही जयपुर में उस बड़े टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। एनसीए में हुआ हालिया कैंप भी मेरे लिए बेहतरीन रहा था। इसलिए मुझे उम्मीद थी।' 

शेफाली के पापा भी बनना चाहते थे क्रिकेटर

सचिन के अलावा क्रिकेटर बनने की एक और वजह उनके पिता हैं, जो आभूषण के व्यवसाय से जुड़े हैं। शेफाली ने कहा, 'मेरे पापा को क्रिकेट बहुत पंसद था। वह इसमें आगे बढ़ना चाहते थे लेकिन बढ़ नही सके। इसलिए वह मेरे माध्यम से अपने क्रिकेट के सपनों को पूरा करना चाहते थे। वह मुझे पास की क्रिेकेट ऐकैडमी में लेकर गए और वहां से पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब मेरा पांच साल का भाई भी क्रिकेट खेलना चाहता है। मेरा बड़ा भाई भी क्रिकेट खेलता है।'

अपनी आक्रामक बैटिंग के लिए पहचानी जाने वाली शेफाली ने कहा कि शुरुआती दिनों में टेनिस बॉल से खेलने से वह आक्रामक बनीं। अपने पसंदीदा शॉट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'स्पिनर के खिलाफ आगे बढ़कर सीधे छक्का मारना।'  भारतीय महिला टीम में अपने पसंदीदा क्रिकेटरों के बारे में पूछे जाने पर शेफाली ने कहा कि वह मिताली राज और हरमनप्रीत कौर की फैन हैं।

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