क्रिकेट के 10 ऐसे ‘अविश्वसनीय’ रिकॉर्ड, जो कभी नहीं टूटेंगे!

वैसे तो कहा जाता है कि क्रिकेट में हर रिकॉर्ड टूटने के लिए बनते हैं लेकिन क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे भी रिकॉर्ड बने हैं जिनका टूटना लगभग नामुमकिन है।

By अभिषेक पाण्डेय | Published: December 14, 2017 02:09 PM2017-12-14T14:09:45+5:302017-12-14T15:41:25+5:30

10 cricket records that may never be broken | क्रिकेट के 10 ऐसे ‘अविश्वसनीय’ रिकॉर्ड, जो कभी नहीं टूटेंगे!

क्रिकेट के 10 अविश्वसनीय रिकॉर्ड

googleNewsNext
Highlightsडॉन ब्रैडमैन की टेस्ट औसत 99.94 की रही सचिन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वाधिक 100 शतक ठोकेमुरलीधरन के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 1334 विकेट हैं

वैसे तो कहा जाता है कि क्रिकेट में हर रिकॉर्ड टूटने के लिए बनते हैं लेकिन क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे भी रिकॉर्ड बने हैं जिनका टूटना लगभग नामुमकिन है। इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच से हुई थी। तो अगर आप क्रिकेट के 140 साल लंबे इतिहास पर नजर डालें तो ऐसे कई रिकॉर्ड हैं जिनका टूटना अंसभव है। आइए जानें ऐसे ही 7 रिकॉर्डों के बारे में जो कभी नहीं टूटेंगे।

1. जैक हॉब्स के 199 प्रथम श्रेणी शतकों का रिकॉर्ड: इंग्लैंड के महान बल्लेबाज सर जैक हॉब्स के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 199 शतक दर्ज हैं। साथ ही हॉब्स के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वाधिक 61760 रन भी दर्ज हैं। आज के जमाने में बहुत ज्यादा प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेले जाते, ऐसे में जैक हॉब्स के इन दोनों रिकॉर्डों का टूटना असंभव है। हॉब्स ने 834 प्रथम श्रेणी मैचों की 1325 पारियों में 199 शतक, 273 अर्धशतकों की बदौलत 50.70 की औसत से 61760 रन बनाए। साथ ही टेस्ट क्रिकेट में भी उन्होंने 61 टेस्ट में 15 शतकों की बदौलत 56.94 की औसत से  5410 रन बनाए।

2. एक टेस्ट मैच में 19 विकेट लेने का रिकॉर्डः ये असंभव सा लगने वाला रिकॉर्ड बनाया इंग्लैंड के जिम लेकर ने 1953 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए एक मैच में 19 विकेट झटककर। लेकर ने इस मैच की पहली पारी में 9 और अगली पारी में 10 विकेट झटकते हुए मैच में कुल 90 रन देकर 19 विकेट लेने का अद्भुत कारनामा कर दिखाया।  भारत के अनिल कुंबले ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ एक पारी में 10 विकेट लेकर लेकर के एक रिकॉर्ड की बराबरी तो कर दी लेकिन एक मैच में 19 विकेट लेने का उनका रिकॉर्ड कायम है। जिम लेकर ने अपने करियर में 46 टेस्ट मैचों में 193 विकेट झटके।

3. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा औसतः क्रिकेट इतिहास के महानतम बल्लेबाजों में शुमार ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन की टेस्ट औसत 99.94 की रही है जोकि टेस्ट इतिहास में सर्वाधिक है। डॉन ब्रैडमैन का ये रिकॉर्ड टूटना असंभव है, इसे इस बात से भी समझा जा सकता है कि टेस्ट क्रिकेट के 140 साल के इतिहास में ब्रैडमैन के बाद जिस खिलाड़ी की औसत सर्वश्रेष्ठ रही है वह हैं दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम पोलाक, जिनका टेस्ट औसत रहा है 60.97, यानी टेस्ट औसत के मामले में ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ना तो दूर कोई बल्लेबाज उनके आसपास भी नहीं पहुंच सका है।

4. सबसे कम अवधि का टेस्ट मैचः क्या आप यकीन करेंगे कि कोई टेस्ट मैच महज 5 घंटे में ही खत्म हो गया। जी हां, ये सच है. 1932 में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया टेस्ट मैच महज 5 घंटे में ही खत्म हो गया था क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी टीम ऑस्ट्रेलिया के 153 रन के जवाब में दोनों पारियों में महज 36 और 45 के स्कोर पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट इतिहास के इस सबसे कम अवधि तक चलने वाले मैच को एक पारी और 72 रन से जीता।

5. इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेटः क्रिकेट इतिहास के महानतम गेंदबाजों में शुमार रहे श्रीलंका के ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक 800 और वनडे में सर्वाधिक 534 विकेटों समेत इंटरनेशनल क्रिकेट में 1334 विकेट लिए हैं जोकि विश्व रिकॉर्ड है। मुरलीधरन का ये रिकॉर्ड टूटना लगभग असंभव है।

6. विलफ्रेड रोड्स के तीन अनोखे रिकॉर्डः 29 अक्टूबर 1877 को जन्मे इंग्लैंड के क्रिकेटर विलफ्रेड रोड्स के नाम 52 साल 165 दिन की उम्र में टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड है। 52 साल की उम्र में रोड्स के टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड टूटना असंभव है। साथ ही रोड्स के नाम 1110 प्रथम श्रेणी मैच खेलने और 4204 विकेट लेने का कभी न टूट सकने वाला रिकॉर्ड भी दर्ज है।

7. प्रथम श्रेणी के एक सीजन में सबसे ज्यादा रनः इंग्लैंड के महान बल्लेबाज डेनिस कॉम्पटन के नाम 1947 के प्रथम श्रेणी सीजन में 3816 रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है, जिनमें 18 शतक भी शामिल हैं। आज के जमाने में प्रथम श्रेणी क्रिकेट की घटती हुई संख्या को देखते हुए एक प्रथम श्रेणी सीजन में कॉम्पटन द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रनों के रिकॉर्ड को तोड़ना असंभव है।

8. सचिन के 100 इंटरनेशनल शतकों का रिकॉर्ड: भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में 100 इंटरनेशनल शतक (51 टेस्ट, 49 वनडे) लगाए हैं. सचिन के बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर मौजूद रिकी पॉन्टिंग (71 शतक) अब संन्यास ले चुके हैं। लेकिन सचिन और पॉन्टिंग के बीच एक बड़ा फासला रहा। विराट कोहली 29 साल की उम्र में 50 इंटरनेशनल शतक लगा चुके हैं और उन्हें सचिन के इस रिकॉर्ड को तोड़ने की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। लेकिन क्या कोहली 50 और शतक बनाकर सचिन का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे? अभी ये कह पाना मुश्किल है लेकिन सचिन का ये रिकॉर्ड टूटना लगभग असंभव है।

9. लारा की प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 501 रन की पारीः बड़ी-बड़ी पारियां खेलने में माहिर रहे वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा ने 1994 में डरहम के लिए खेलते हुए वारविकशायर के खिलाफ 501* की लाजवाब पारी खेली थी। लारा की इस पारी का टूटना लगभग नामुमकिन है। साथ ही लारा के नाम टेस्ट क्रिकेट में 400 रन की पारी खेलने का रिकॉर्ड है जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड है।

10. अपने डेब्यू मैच में दोहरा शतक और शतकः वेस्टइंडीज के लॉरेंस रो ने 1971-72 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 214 और 100* रन की पारी खेलते हुए अपने डेब्यू मैच में दोहरा शतक और शतक जड़ने वाले क्रिकेट इतिहास के एकमात्र बल्लेबाज बने थे। लॉरेंस रो का ये रिकॉर्ड टूटना लगभग नामुमकिन हैं। पाकिस्तान के यासिर हमीद 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 170 और 105 रन की पारियों के साथ इस रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब पहुंचे थे लेकिन और कोई इसके नजदीक भी नहीं पहुंच पाया है।

Open in app