परिवार के साथ टेंट में रहने को मजबूर ये क्रिकेटर, कोरोना के चलते सपने रह गए अधूरे

कोरोना वायरस के कारण पूरे विश्व में क्रिकेट टूर्नामेंट फिलहाल स्थगित कर दिए गए हैं। ऐसे में आईपीएल को भी अनिश्चितकाल तक के लिए टाला जा चुका है...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: May 9, 2020 03:53 PM2020-05-09T15:53:59+5:302020-05-09T16:05:33+5:30

MPL player Salman Khan has made the ramshackle tent his home for the last ten years | परिवार के साथ टेंट में रहने को मजबूर ये क्रिकेटर, कोरोना के चलते सपने रह गए अधूरे

प्रतीकात्मक चित्र।

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Highlightsकोरोना ने एमपीएल क्रिकेटर सलमान की उम्मीदों पर फेरा पानी।परिवार के साथ टेंट में रहने को मजबूर सलमान।

कोरोना वायरस के चलते कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, कुछ आर्थिक संकट से भी जूझ रहे हैं। मुंबई के अंडर-23 क्रिकेटर सलमान खान की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है, जिनकी जिंदगी को कोविड-19 ने और भी मुश्किल बना दिया है।

21 वर्षीय ऑफ स्पिनर सलमान के पिता ग्राउंड्समैन हैं, लेकिन इस महामारी के चलते उनका काम भी बंद है। सलमान को खुद मुंबई प्रीमियर लीग (एमपीएल) में खेलना था, लेकिन वो भी स्थगित हो गया। अगर इस सीजन वह आकाश टाइगर की ओर से इस लीग में खेलते, तो सलमान को 1 लाख रुपये मिलते, जिससे वह किराए के घर में शिफ्ट हो सकते थे, लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था।

इस वक्त सलमान मुंबई के क्रॉस मैदान में अपने परिवार के साथ टेंट में रहने को मजबूर हैं। सलमान ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, अगर एमपीएल होता, तो मैं मुंबई में अपने परिवार के साथ एक किराये के मकान में शिफ्ट हो जाता, लेकिन बीमारी ने सब तबाह कर दिया। मेरे पास नौकरी नहीं है और जमापूंजी भी खत्म हो रही है।"

एससीए सेक्रेटरी हिंमाशु शाह कहते हैं, "इस वक्त हमारी लीग का आयोजन काफी मुश्किल नजर आ रहा है। हमारी बड़ी चिंता यह है कि अगर घरेलू क्रिकेट ना हो तो क्या होगा?" बता दें कि लोकल टी20 लीग से खिलाड़ियों को 75,000 से 5 लाख रुपये तक कमाई हो जाती है, जबकि मार्की खिलाड़ी 6-7 लाख रुपये के बीच कमाते हैं।

देश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि के बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि लोगों को अब कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा।

देश में कोरोना वायरस से अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या 60,000 के करीब पहुंच चुकी है, जबकि महामारी से मरने वालों की संख्या 1,900 से ज्यादा हो गई है। देश के 216 जिले ऐसे हैं जिनमें कोरोना वायरस संक्रमण का अभी तक कोई मामला नहीं आया है, वहीं कई जिलों में हालात पहले से सुधरे हैं और वहां भी मामले आने बंद हो गए हैं। 

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