Ind vs NZ: पहले टेस्ट में हार के बाद कोहली के निशाने पर आए टीम इंडिया के खिलाड़ी, कहा- रन बनाने पर दो ध्यान

भारतीय कप्तान को विरोधी टीम पर हावी होने के लिए जाना जाता है और कोहली चाहते हैं कि उनके कुछ बल्लेबाज भी इसका अनुसरण करें।

By भाषा | Published: February 25, 2020 06:20 PM2020-02-25T18:20:13+5:302020-02-25T18:20:13+5:30

Kohli’s message to Pujara & Co: Being cautious won't help us | Ind vs NZ: पहले टेस्ट में हार के बाद कोहली के निशाने पर आए टीम इंडिया के खिलाड़ी, कहा- रन बनाने पर दो ध्यान

Ind vs NZ: पहले टेस्ट में हार के बाद कोहली के निशाने पर आए टीम इंडिया के खिलाड़ी, कहा- रन बनाने पर दो ध्यान

googleNewsNext
Highlightsकोहली ने अपने बल्लेबाजों से बेहद रक्षात्मक रवैया छोड़ने की अपील की।कोहली ने कहा कि सतर्क होने या बेहद सावधानी बरतने से मदद मिलेगी।

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले, अपने बल्लेबाजों से बेहद रक्षात्मक रवैया छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि विदेशी दौरों में इस तरह के खेल से कभी फायदा नहीं मिलता। भारत को बेसिन रिजर्व में पहले टेस्ट मैच में दस विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। वह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर दोनों पारियों में 200 रन तक भी नहीं पहुंच पाया था।

कोहली ने हार के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बल्लेबाजी इकाई के तौर पर हम जिस भाषा का उपयोग करते हैं, उसे सही करना होगा। मुझे नहीं लगता कि सतर्क होने या बेहद सावधानी बरतने से मदद मिलेगी क्योंकि ऐसे में हो सकता है कि आप अपने शॉट नहीं खेल पाओ।’’

दूसरी पारी में तकनीकी तौर पर मंझे हुए बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने बेहद रक्षात्मक रवैया अपनाया और 81 गेंदों पर 11 रन बनाये। हनुमा विहारी ने 79 गेंदें खेलीं और 15 रन बनाये। बल्लेबाजी इकाई किसी भी समय लय हासिल करने में नाकाम रही।

पुजारा ने बीच में 28 गेंद तक एक भी रन नहीं बनाया और ऐसे में दूसरे छोर पर खड़े मयंक अग्रवाल को ढीले शॉट खेलने के लिये मजबूर होना पड़ा। भारतीय कप्तान को यह कतई पसंद नहीं है कि आप दौड़कर एक रन न लो और किसी अच्छी गेंद का इंतजार करो जो आपका विकेट ही ले लेगी।

कोहली ने कहा, ‘‘आपको संदेह पैदा होगा, अगर इन परिस्थितियों में एक रन भी नहीं बन रहा है, आप क्या करोगे? आप केवल यह इंतजार कर रहे हो कि कब वह अच्छी गेंद आएगी जो आपका विकेट ले लेगी।’’

भारतीय कप्तान को विरोधी टीम पर हावी होने के लिए जाना जाता है और कोहली चाहते हैं कि उनके कुछ बल्लेबाज भी इसका अनुसरण करें। उन्होंने कहा, ‘‘मैं परिस्थितियों का आकलन करता हूं, अगर मैं देखता हूं विकेट पर घास है तो मैं हमलावर तेवर दिखाता हूं ताकि मैं अपनी टीम को आगे ले जा सकूं।’’

कोहली ने कहा, ‘‘अगर आप सफल नहीं होते, तो आपको यह स्वीकार करना होगा कि आपकी सोच सही थी आपने कोशिश की लेकिन अगर इससे फायदा नहीं मिला तो उसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है।’’ कप्तान ने अपनी राय को स्पष्ट करते हुए कहा, ‘‘लेकिन मुझे नहीं लगता कि सतर्क रवैये से कभी फायदा मिलता है विशेषकर विदेशी पिचों पर।’’

Open in app