आईपीएल के 12वें सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी का आयोजन जयपुर में मंगलवार को किया गया, इसमें कई कई खिलाड़ी मालामाल हो गए तो कइयों को खरीदार नहीं मिला। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं मनोज तिवारी, जिनपर टीम फ्रेंचाइजी ने बोली नहीं लगाई और वो अनसोल्ड रह गए।
नीलामी में खरीदार नहीं मिलने के बाद मनोज तिवारी का दर्द छलका और उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी। उन्होंने दर्द भरा ट्वीट करते हुए लिखा, 'मुझे समझ नहीं आता मैंने क्या गलत किया। जब मुझे देश की वनडे टीम से 14 मैचों के लिए निकाला गया तो मैंने उससे पहले मैच में शतक बनाया और मैन ऑफ द मैच जीता था। अब जब मैं 2017 आईपीएल के दौरान मिले अपने अवार्ड्स को देखता हूं तो सोचता हूं कि मैंने क्या गलत किया?'
बुधवार को मनोज तिवारी ने एक और ट्वीट किया और अपने फैंस को समर्थन के लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी आलोचना करने वाले लोग यह जान लें कि जब खेलते थे तब उन्हें कैसा लगता था।
बता दें कि साल 2017 का आईपीएल मनोज तिवारी के लिए शानदार रहा था और उन्होंने राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स की ओर से खेलते हुए 15 मैचों में 324 रन बनाए थे। उस साल उन्होंने दो अर्धशतक लगाए थे। मनोज तिवारी ने आईपीएल में खेले कुल 98 मैचों में 1695 रन बनाए हैं।
2017 में मनोज तिवारी के प्रदर्शन के बाद 2018 के आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब ने दांव लगाते हुए एक करोड़ रुपये में खरीदा था, लेकिन उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। 2018 के आईपीएल में मनोज तिवारी ने 5 मैचों में सिर्फ 47 रन ही बना पाए, इसके बाद टीम फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया।