IPL: विराट का विकेट लेने के बाद जडेजा ने क्यों नहीं मनाया जश्न, मैच के बाद किया खुलासा

मैच में सुपर किंग्स के लिए जडेजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 18 रन देकर तीन विकेट चटकाए।

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: May 5, 2018 09:30 PM2018-05-05T21:30:53+5:302018-05-06T00:28:26+5:30

IPL 2018, CSK vs RCB: Ravindra Jadeja revleals why not celebrate Virat Kohli wicket | IPL: विराट का विकेट लेने के बाद जडेजा ने क्यों नहीं मनाया जश्न, मैच के बाद किया खुलासा

IPL 2018, CSK vs RCB: Ravindra Jadeja revleals why not celebrate Virat Kohli wicket

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आईपीएल के 35वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन कर रॉयल चैलेंजर्स को निर्धारित 20 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 127 के स्कोर पर रोक दिया। इस मैच में रवींद्र जडेजा और हरभजन सिंह की सटीक गेंदबाजी की। मैच में सुपर किंग्स के लिए जडेजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 18 रन देकर तीन विकेट चटकाए, जबकि हरभजन को दो विकेट मिले।

कोहली को आउट कर जडेजा हो गए हैरान

आरसीबी के खिलाफ रवींद्र जडेजा को ओवर की पहली ही गेंद पर कामयाबी मिली। उन्‍होंने विराट कोहली को बोल्‍ड कर वापस भेजा। जिस तरह से इस गेंद ने स्‍टंप्‍स बिखेरे उससे न केवल कोहली, बल्कि खुद जडेजा भी हैरान रह गए और उन्होंन कोहली जैसे बड़े बल्लेबाज को आउट करने के बाद किसी तरह का जश्न नहीं मनाया।

जडेजा ने कोहली के विकेट का क्यों नहीं मनाया जश्न

मैच खत्म होने के बाद उनसे जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह इसके लिए तैयार नहीं थे. उन्होंने कहा 'मैं अपनी गेंदबाजी का लुत्फ उठा रहा था. पहले ही गेंद पर विराट विकेट लेते वक्त मैं तैयार नहीं था. विराट का विकेट बड़ा और अहम विकेट था।

जडेजा ने लिया पार्थिव पटेल का बड़ा विकेट

इसके बाद जडेजा ने 11वें ओवर की आखिरी गेंद पर मंदीप सिंह को आउट कर बैंगलोर को चौथा झटका दिया। फिर 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर जडेजा ने पार्थिव पटेल को आउट कर इस मैच में अपना तीसरा विकेट पूरा कर लिया। इस सीजन में अपना पहला मैच खेल रहे पार्थिव पटेल ने सबसे ज्यादा 53 रन बनाए।

इस सीजन में अब तक नहीं मिल रही थी बॉलिंग

इस मैच में जडेजा ने साबित किया कि क्‍यों उन पर कप्तान धोनी इतना भरोसा करते हैं। इस सीजन में जडेजा की गेंदबाजी काफी कमजोर थी और वे बल्‍लेबाजी में लगातार मौके मिलने के बाद भी वे नाकाम हो रहे थे। जहां बल्लेबाजी में वो लगातार फेल हो रहे थे, वहीं बॉलिंग में धोनी ने कई मैचों में उनको गेंद तक नहीं दी थी और जब दी तो केवल एक या दो ओवर कराए थे।

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