भारत के पहले दिन रात के टेस्ट की अहमियत का उन्हें बखूबी इल्म है लेकिन मुख्य कोच रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि गुलाबी गेंद को लेकर कई सवालों के जवाब अभी मिलने बाकी हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से दिन रात के टेस्ट को मंजूरी मिलने के सात साल बाद भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ गुलाबी गेंद से पहला टेस्ट खेल रही है।
शास्त्री ने पहले दिन का खेल शुरू होने से पहले आधिकारिक प्रसारक से कहा ,‘‘यह ऐतिहासिक मौका है लेकिन इसमें हमें इंतजार करके देखना होगा कि कैसा रहता है। कई सवालों के जवाब मिलने बाकी हैं और वक्त ही बताएगा।’’
यह 12वां दिन रात का टेस्ट है, जबकि पहला टेस्ट आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 2015 में खेला गया था। शास्त्री ने कहा, ‘‘गुलाबी गेंद के अनुकूल ढलना चुनौतीपूर्ण है। हमें देखना होगा कि गेंद का बर्ताव कैसा रहता है। टेस्ट क्रिकेट कैसा होगा। यह लाल गेंद से काफी कठोर और भारी है।’’