नई दिल्ली, 10 जुलाई: भारत के महान बल्लेबाजों में शुमार और एक तरह से कहें तो पहले लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर आज अपना 69वां जन्मदिन मना रहे हैं। मुंबई में 10 जुलाई 1949 को जन्में गावस्कर भारत के लिए 125 टेस्ट और 108 वनडे मैच खेले। इस दौरान उन्होंने कई नायाब रिकॉर्ड कायम किए। साल-1987 में जब गावस्कर ने अपने संन्यास की घोषणा की तो उनके नाम टेस्ट मैचों में 10,122 रन थे।
गावस्कर टेस्ट में 10 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने। गावस्कर के नाम टेस्ट में 34 शतक हैं, जो उस समय एक रिकॉर्ड था। दिलचस्प ये कि इसमें 13 शतक गावस्कर ने वेस्टइंडीज जैसी टीम के खिलाफ बनाए थे। उस दौर में वेस्टइंडीज की बॉलिंग लाइन-अप सबसे खतरनाक मानी जाती थी और टीम में एक से बढ़कर एक तेज गेंदबाज थे। गावस्कर को हालांकि इससे कभी फर्क नहीं पड़ा।
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खास बात ये कि उस दौर में बगैर हेल्मट के खेलने का प्रचलन था। हालांकि, गावस्कर के क्रिकेट करियर के खत्म होने से पहले ही हेल्मेट का प्रचलन बढ़ चला था। बहरहाल, आज हम आपको गावस्कर से जुड़ी कुछ ऐसी दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं जो निश्चित तौर पर आपको हैरान कर देंगे।
गावस्कर से जुड़े दिलचस्प तथ्य:
1. अस्पताल में बदले गए थे गावस्कर: गावस्कर के जन्म से जुड़ा ये तथ्य आपको हैरान कर देगा। दरअसल, जन्म के बाद गावस्कर किसी और बच्चे से बदल गए थे। गावस्कर ने अपनी किताब 'सनी डेज' में इसका जिक्र करते हुए बताया है कि जन्म के बाद उनके एक चाचा उन्हें देखने आए थे। तब उनके चाचा ने गावस्कर के कान पर एक बर्थमार्क देखा था। जब अगले दिन चाचा फिर आए और बच्चे को गोद में उठाया तो उन्हें कान के पास वो निशान नहीं दिखा। इसकी जानकारी उन्होंने अस्पताल को दी। इसके बाद जांच शुरू हुई और गावस्कर एक मछुआरे की पत्नी के पास सोते हुए मिले। अस्पताल की नर्स ने गलती से उन्हें वहां सुला दिया था। गावस्कर का कहना है कि शायद बच्चों को नहलाते समय वो बदल गए थे। कल्पना कीजिए, अगर गावस्कर के चाचा ने उन्हें उस दिन नहीं पहचाना होता तो वो आज क्या कर रहे होते?
2. क्रिकेट के साथ लिखने और अभिनय का भी शौक: सुनील गावस्कर एकमात्र ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने अब तक चार किताबें लिखी हैं। गावस्कर ने जो किताबें लिखी हैं, उसके नाम हैं- सनी डेज, आइडल्स, रंस एन रुइंस और वनडे वंडर्स। इसके अलावा गावस्कर एक मराठी फिल्म 'सावली प्रेमाची' में लीड रोल भी निभा चुके हैं। वह 1988 में रिलीज हुई नसीरुद्दीन शाह की फिल्म 'मालामाल' में भी छोटी सी भूमिका निभा चुके हैं।
3. बीच मैदान पर अंपायर से कटाए बाल: इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड में 1974 में टेस्ट मैच खेला जा रहा था। गावस्कर बैटिंग कर रहे थे और उनके बड़े-बड़े बाल हमेशा उनकी आंखों के सामने आ जा रहे थे। फिर क्या था। गावस्कर ने अंपायरिंग कर रहे डिकी बर्ड से बालों को छांटने की गुजारिश कर डाली। बर्ड ने इसके बाद अपने पास रखी कैंची से उनके बालों को छोटा कर दिया। गावस्कर ने उस मैच में शतक लगाया था।
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4. फटे हुए ट्राउजर्स के साथ लगाई सेंचुरी: गावस्कर संभवत: पहले और एकमात्र ऐसे क्रिकेटर होंगे जिन्होंने किसी टेस्ट में फटे हुए ट्राउजर्स के साथ खेलते हुए शतक लगाया। दरअसल, उनका ट्राउजर उनके बाएं जांघ के पास से फट गया था लेकिन गावस्कर ने इसे बदलने से इंकार कर दिया। इसी हालत में खेलते हुए उन्होंने शतक भी ठोका।
5. लेग बाई था गावस्कर के करियर का पहला रन: गावस्कर ने ये खुलासा खुद अपनी किताब 'सनी डेज' में किया है। गावस्कर के अनुसार वह अपने पहले मैच में अशोक मांकड के साथ बैटिंग कर रहे थे और काफी डरे हुए थे। गेंद उनके बाएं पैर पर लगी और फाइन लेग की ओर चली गई। गावस्कर ने तब दौड़कर दो रन पूरे किए लेकिन तब हैरान रह गए जब अंपायर ने इसे लेग बाई नहीं दिया। इस तरह लेग बाई पर लिया गया रन उनके बैट से निकला पहला रन बन गया।
6. आंकड़ों को याद नहीं रखते थे गावस्कर: इस महान खिलाड़ी को हमेशा आंकड़ों पर ध्यान नहीं देने की आदत रही है। इस कारण उन्हें कई बार अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। ऐसा ही वाक्या है जब गावस्कर ने अपना 29वां टेस्ट शतक जड़ा। इस शतक से उन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर ली थी जिसे लगभग तीन दशक तक कोई छू भी नहीं सका था। यह मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ 6 टेस्ट मैचों की सीरीज का था। शतक के बाद पूरे स्टेडियम से तालियों की आवाज आ रही थी। गावस्कर इसे समझ नहीं सके, तब नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े दिलीप वेंगसरकर ने उन्हें बताया, 'अरे...ये तुम्हारा 29वां शतक है।'
7. गावस्कर को आउट करना सबसे मुश्किल: पाकिस्तान के इमरान खान के मुताबिक उन्होंने जितने भी बल्लेबाजों को गेंदबाजी की है, उसमें सबसे मुश्किल गावस्कर को आउट करना रहा है।
8. करियर की दमदार शुरुआत: गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू सीरीज में 4 शतकों की बदौलत 774 रन बनाए थे।
9. गावस्कर के 174 गेंदों पर 36 रन: गावस्कर के नाम ऐसी पारी भी है, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। उन्होंने 1975 के वर्ल्ड कप में 60 ओवरों के वनडे मैच में नाबाद 36 रन बनाए थे। इस मैच में उन्होंने पूरे 60 ओवर बैटिंग की और 174 गेंदों का सामना किया। इंग्लैंड ने इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए 60 ओवरों में 334 रन बनाए। गावस्कर की पारी की बदौलत भारत 3 विकेट खोकर केवल 132 रन ही 60 ओवर में बना सका और 202 रनों की हार मिली।
10. रोहन कन्हाई के बड़े फैन: गावस्कर वेस्टइंडीज के क्रिकेटर रोहन कन्हाई के बड़े फैन थे और उन्हीं के नाम पर उन्होंने अपने बेटे का नाम रोहन गावस्कर रखा।
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