2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम इंडिया के एक खिलाड़ी पर उठे सवाल, आया 'मैच फिक्सिंग' जांच के दायरे में!

Match-Fixing: 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का एक खिलाड़ी आया मैच फिक्सिंग जांच के दायरे में

By अभिषेक पाण्डेय | Published: April 6, 2018 09:47 AM2018-04-06T09:47:31+5:302018-04-06T09:59:59+5:30

India 2011 World Cup-winning team member in under probe for match-fixing ties | 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम इंडिया के एक खिलाड़ी पर उठे सवाल, आया 'मैच फिक्सिंग' जांच के दायरे में!

भारत की 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम

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नई दिल्ली, 6 अप्रैल: भारत की 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम का एक सदस्य मैच फिक्सिंग सिंडिकेट से संभावित लिंक के संबंध में जांच के घेरे में आ गया है। इस सिंडिकेट ने पिछले साल जुलाई में जयपुर में एक घरेलू टी20 टूर्नामेंट का आयोजन किया था, जिसमें कथित मैच फिक्सिंग के लिए बीसीसीआई के अलर्ट पर राजस्थान पुलिस सीआईडी उसकी जांच कर रही है।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल जयपुर में आयोजित हुए राजपूताना प्रीमियर लीग (RPL), सबसे पहले बीसीसीआई की ऐंटि-करप्शन यूनिट की नजर में आया था और अब राजस्थान पुलिस की सीआईडी द्वारा इसकी जांच की जा रही है। RPL में क्लब क्रिकेटर्स शामिल थे और इसका प्रसारण नियो स्पोर्ट्स पर किया गया था, जिसके पास पहले भारतीय क्रिकेट के प्रसारण अधिकार थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि इस 'क्रिकेट आयोजन रैकेट' के मास्टरमाइंड, जिसने RPL का आयोजन भी किया, के साथ इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर के संबंध हैं, जो तीनों फॉर्मेट्स में भारत के लिए खेल चुका है। (पढ़ें: भारत ने 2011 में 28 साल बाद जीता था वर्ल्ड कप, धोनी ने छक्के से दिलाई थी जीत)

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस पूर्व भारतीय खिलाड़ी को राजपूताना प्रीमियर लीग के दौरान देखा गया था, जिसमें कई अजीबोगरीब घटनाएं हुई थीं। उदाहरण के लिए एक करीबी मुकाबले में आखिरी ओवर में गेंदबाज ने काफी खराब वाइड गेंदें फेंकते हुए आठ बाई दे दिए थे। इसके बाद बीसीसीआई ने  राजस्थान पुलिस से इस लीग की जांच का निवेदन किया था। (पढ़ें: नाम बदलकर खेलने वाले मुंबई के इस क्रिकेटर पर लगा आजीवन प्रतिबंध)

पुलिस ने पूर्व खिलाड़ी के बारे में जानकारी, RPL से बेटिंग और फिक्सिंग के संदेह में पिछले साल जयपुर के चार होटलों से हिरासत में लिए गए 14 लोगों से पूछताछ में हासिल की थी। पुलिस ने इन लोगों को हिरासत में RPL के जुड़े आयोजकों, खिलाड़ियों, अंपायरों और कथित बुकीज के बारे में जानकारी जुटाने और उनके कथित फिक्सिंग लिंक जानने के लिए लिया था। पुलिस के मुताबिक इन लोगों के पास से नकद, लैपटॉप्स, वॉकी-टॉकी और मोबाइल फोन बरामद किए गए थे।

जिन लोगों को हिरासत में लिया गया था, अब वे सभी जमानत पर बाहर हैं और पिछले साल नवंबर में इस केस को सीआईडी को सौंप दिया गया था।

इस मामले में पूछे जाने पर सीआईडी के डीजीपी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि हम अभी निजी संस्थाओं, क्रिकेट खिलाड़ियों और अधिकारियों के बीच लिंक की जांच कर रहे हैं, अगर इनमें से किसी को भी करप्शन से जुड़ा पाया गया तो हम मामले की जांच करेंगे। हालांकि सिंह ने इस मामले में भारतीय क्रिकेटर की संलिप्तता के बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया। इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए जांचकर्ता फोन कॉल्स डिटेल्स को खंगाल कर रहे हैं।

पिछले कुछ दिनों में बीसीसीआई और पुलिस ने RPL जैसी कई क्रिकेट लीगों के खिलाफ जांच के लिए हाथ मिलाया है। इन लीगों का आयोजन रिएलिटी शो की तरह किया जाता है, जिनमें आयोजक, खिलाड़ी और अंपायर तक शामिल होते हैं, जो बुकीज के साथ मिलकर तय करते हैं कि मैच किस दिशा में जाएगा। 

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