Highlightsआस्ट्रेलियाई मीडिया में पिच को लेकर बहस शुरू हो गयी थी।बल्लेबाजों को परेशान करने के लिये टर्निंग पिच तैयार की हैं।आस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 177 रन पर सिमट गयी थी।
IND vs AUS Test: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा आस्ट्रेलियाई टीम की मानसिक मजबूती पर टिप्पणी नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने शनिवार को यहां शुरूआती टेस्ट के तीसरे दिन उनके महज एक ही सत्र में सिमटने की उम्मीद निश्चित रूप से नहीं की थी।
आस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में पारी और 132 रन से हार का सामना करना पड़ा क्योंकि टीम तीसरे दिन लंच के बाद बल्लेबाजी करने उतरी और चाय के सत्र से पहले ही दूसरी पारी में महज 91 रन पर सिमट गयी। भारतीय कप्तान ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में इस मैच के तीन दिन में खत्म होने की उम्मीद के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में कहा, ‘‘नहीं, मैंने उम्मीद नहीं की थी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम गेंदबाजी में मुश्किल दिन के लिए तैयार थे। हमने कभी नहीं सोचा था कि वे एक सत्र में सिमट जायेंगे। ’’ रोहित ने कहा, ‘‘जैसा कि आपने देखा, पिच धीमी और धीमी होती चली गयी और पिच पर कोई उछाल नहीं था इसलिये मुझे बहुत हैरानी हुई। ’’ आस्ट्रेलियाई मीडिया में जामथा की पिच को लेकर काफी चर्चा हो रही थी जिसे स्पिनरों के लिये मददगार करार किया जा रहा था।
जब रोहित से पूछा गया कि क्या उन्हें अपनी टीम आस्ट्रेलिया की तुलना में मानसिक रूप से मजबूत दिखी तो शांत स्वभाव के भारतीय कप्तान ने अपने चिरपरिचित अंदाज में इसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आस्ट्रेलियाई टीम के मानसिक स्तर के बारे में नहीं जानता। मैं अपनी टीम के बारे में बता सकता हूं और हम इस तरह की पिचों पर खेलना चाहते हैं और यह अभी से नहीं हैं, हम पिछले तीन-चार वर्षों से इस तरह की पिचों पर खेल रहे हैं। ’’
रोहित ने कहा, ‘‘हम इस तरह की पिचों पर खेलने हुए बड़े हुए हैं इसलिये ड्रेसिंग रूम में पिचों के बारे में अब कोई बात नहीं होती। ’’ भारतीय कप्तान के लिये क्रिकेट मैच हो या जीवन का कोई अन्य पहलू, सभी में सफलता के लिये तैयारी अहम है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी श्रेय यहां आने से पहले ट्रेनिंग सत्र को दूंगा।
हमने चार या पांच नेट सत्र किये और हमें जिस तरह की पिच मिलनी थी, उसी के जैसी पिच तैयार की। पिच पर स्वीप, रिवर्स स्वीप, ऊपर हिट करना सभी के लिये जब आप अच्छी तरह तैयार हो तो आपके अंदर आत्मविश्वास होता है और ऐसा क्रिकेट ही नहीं बल्कि सभी जगह होता है। ’’