टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान दस्तानों पर 'बलिदान बैज' के बिना विकेटकीपिंग के लिए उतरे। आईसीसी इस बैज को लेकर अपनी नाराजगी पहले ही जाहिर कर चुका था, ऐसे में धोनी ने भी इस मामले को ज्यादा तूल देना सही नहीं समझा। धोनी ने रविवार को हरे रंग के दस्ताने पहने जिस पर न तो एसजी का लोगो था और न ही बलिदान चिन्ह।
आईसीसी की आपत्ति के बाद प्रशासकों की समिति (सीओए) प्रमुख विनोद राय ने भी इस मामले पर बीसीसीआई का रुख साफ कर दिया था। उन्होंने शनिवार को कहा, "हमारा रुख बहुत स्पष्ट है, हम पहले आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के मानदंडों को जानेंगे। हम किसी भी नियम के खिलाफ नहीं जाना चाहते, हम एक खेल राष्ट्र हैं।"
ये था मामला: बता दें कि धोनी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया के पहले वर्ल्ड कप मैच में धोनी जो ग्लव्स पहनकर विकेटकीपिंग करने उतरे थे, उस पर 'बलिदान बैज' लगा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हुई थी, लेकिन आईसीसी ने इस पर आपत्ति जताई थी।
आईसीसी के मुताबिक धोनी अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 'बलिदान बैज' अपने ग्लव्स पर लगाकर नहीं खेल सकते। आईसीसी ने धोनी को वर्ल्ड कप के मैचों में 'बलिदान बैज' लगे हुए ग्लव्स पहनकर खेलने की इजाजत नहीं दी। आईसीसी ने कहा कि नियमों के मुताबिक, खिलाड़ी के कपड़ों या उनके खेल के सामनों पर कोई भी व्यक्तिगत संदेश या लोगो लगाने की इजाजत नहीं है। इसमें विकेटकीपर के ग्लव्स भी शामिल हैं। इन पर भी यही शर्तें लागू होती हैं।