नई दिल्ली, 15 अक्टूबर: सोशल मीडिया पर जारी #Metoo कैंपेन के लपेटे में आए बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी सिंगापुर में होने वाले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आरोपों के स्पष्टीकरण के लिए उन्हें और समय देने का उनका अनुरोध ठुकरा दिया।
सीओए की ओर से जोहरी को रविवार को इस फैसले के बारे में बता दिया गया और अब बीसीसीआई की ओर से अमिताभ चौधरी दो दिनों तक चलने वाले इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
सीओए के प्रमुख विनोद राय ने कहा, 'राहुल ने विस्तृत स्पष्टीकरण के लिए 14 दिन का समय मांगा था क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह अपनी विधिक टीम के साथ काम कर रहे हैं और क्योंकि उन्हें सिंगापुर में 16..19 अक्टूबर तक होने वाली आईसीसी की बैठक में हिस्सा लेना है।'
उन्होंने कहा, 'यद्यपि मैंने राहुल को स्पष्ट रूप से कहा कि मैं इस मुद्दे को 14 दिन तक खिंचने नहीं दे सकता क्योंकि इससे बीसीसीआई कार्यालय प्रभावित होगा। चूंकि वह अब अपने वकीलों के साथ चर्चा करना चाहते हैं, मैंने उन्हें आईसीसी बैठक से छूट की इजाजत दे दी।'
आईसीसी की इस बैठक में क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किये जाने की संभावनाओं सहित भविष्य में लगातार बढ़ रहे टी20 और टी10 लीग पर लगाम लगाने को लेकर बात होनी है। यह बैठक 16 से 19 अक्टूबर के बीच होनी है।
मिली जानकारी के अनुसार बैठक में हिस्सा लेने के लिए राहुल सिंगापुर पहुंच चुके हैं। इसके बाद उन्हें हिस्सा लेने से रोकने का फैसला लिया गया। जोहरी को बैठर से हटाने का फैसला उन पर एक अज्ञात महिला द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद लिया गया है।
महिला ने आरोप लगाया है कि जोहरी ने यह उत्पीड़न तब किया था जब वे एक सेटेलाइट टीवी चैनल में काम करते थे। दरअसल, पीड़ित महिला की एक दोस्त ने #Metoo कैंपेन के जरिए ट्विटर पर यह घटना साझा करते हुए यह गंभीर आरोप लगाया था। इसके बाद सीओए ने जोहरी से एक हफ्ते में इस घटना पर जवाब मांगा था।
(भाषा इनपुट के साथ)