नई दिल्ली, 26 जूनः भारत से भागे विजय माल्या पर भारतीय बैंकों को लगभग 9000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है, जिसको लेकर उसने मंगलवार को चुप्पी तोड़ी है। उसने कहा है कि वह बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने वालों की पहचान बन गए हैं और उनका नाम आते ही मानों लोगों का गुस्सा भड़क जाता है। उसने एक बयान जारी कर कहा है कि वह दुर्भाग्य से जिस विवाद में घिरे हुए हैं उसकी तथ्यात्मक स्थिति सामने रखना चाहते हैं।
माल्या के अनुसार उन्होंने इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए पांच अप्रैल 2016 को प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री को पत्र लिखा। बयान के अनुसार, उन्हें किसी से भी प्रत्युत्तर नहीं मिला। इसमें माल्या ने कहा है, राजनेताओं व मीडिया ने मुझ पर इस तरह आरोप लगाए मानों किंगफिशर एयरलाइंस को दिए गए 9000 करोड़ रुपये का कर्ज मैंने चुरा लिया और भाग गया। कुछ कर्जदाता बैंकों ने भी मुझे जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला करार दिया।माल्या ने इस मामले में सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनके खिलाफ दायर आरोप पत्रों को सरकार व कर्जदाता बैंकों की ओर से आधारहीन व सर्वथा झूठे आरोपों पर की गई कार्रवाई बताया है। माल्या के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी, उनकी समूह कंपनियों व उनके परिवार के स्वामित्व वाली कंपनियों की आस्तियां कुर्क कर दीं जिनका मूल्य लगभग 13900 करोड़ रुपये है। माल्या ने कहा है, 'मैं बैंक डिफॉल्ट करने वालों का पोस्टर बॉय बन गया हूं और मेरा नाम आते ही लोगों का गुस्सा भड़क जाता है। इधर, वर्तन निदेशालय (ईडी) ने माल्या के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तहत नया आरोपपत्र दाखिल कर चुका है। माल्या के अलावा उससे जुड़ी दो कंपनियों तथा अन्य का नाम भी आरोपपत्र में शामिल किया गया है। इनके खिलाफ राष्ट्रीयकृत बैंकों के गठजोड़ से 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप है। आरोपपत्र में माल्या के अलावा किंगफिशर एयरलाइंस , यूनाइटेड ब्रूवरीज होल्डिंग्स लि. और अन्य का नाम है।
केंद्रीय जांच एजेंसी अदालत से तत्काल भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत माल्या नौ हजार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को कुर्क करने की अनुमति मांगेगी। ईडी ने पिछले साल माल्या के खिलाफ पहला आरोपपत्र दायर किया था। माल्या इस समय लंदन में हैं।माल्या के खिलाफ पहला आरोपपत्र 900 करोड़ रुपये के आईडीबीआई बैंक-किंगफिशर एयरलाइंस ऋण धोखाधड़ी मामले में दायर किया था। ईडी अब तक इस मामले में 9,890 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर चुका है। लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें!