वाहन कबाड़ नीति: डीलर वर्कशॉप को जांच, प्रमाणन केंद्र के तौर पर काम करने की मंजूरी देने की अपील
By भाषा | Published: August 24, 2021 09:31 PM2021-08-24T21:31:37+5:302021-08-24T21:31:37+5:30
वाहन उद्योग संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने मंगलवार को कहा कि उसने सरकार से वाहन कबाड़ (स्क्रैपिंग) नीति के तहत डीलर वर्कशॉप को जांच और प्रमाणन केंद्रों के रूप में काम करने की मंजूरी देने की अपील की है।सियाम के अध्यक्ष केनिची आयुकावा ने फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) द्वारा आयोजित तीसरे खुदरा वाहन सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि अगर सरकार नए जांच केंद्र शुरू करती है, तो संभव है कि वे व्यावसायिक रूप से व्यवहारिक ना हो और उनके पूरे भारत में विकसित होने में लंबा समय लग सकता है।उन्होंने कहा, "हम सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि वाहन कबाड़ योजना में डीलर वर्कशॉप को जांच और प्रमाणन केंद्रों के रूप में काम करने की मंजूरी दी जाए। ऐसा इसलिए है क्योंकि डीलर संगठन के पास पहले से ही वाहनों की जांच के लिए जरूरी उपकरण, निवेश और विशेषज्ञता है।"मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ आयुकावा ने साथ ही कहा, "इसके अलावा, डीलर ग्राहकों के करीब स्थित हैं।" उन्होंने कहा, "अगर सरकार मौजूदा ऑटोमोबाइल डीलर प्रतिष्ठानों का इस्तेमाल करने के हमारे अनुरोध को स्वीकार करती है, तो यह ऑटोमोबाइल डीलरों पर सरकार के गहरे भरोसे को दिखाएगा।"आयुकावा ने विश्वास जताया कि ऑटोमोबाइल डीलर "इस बड़ी जिम्मेदारी को पूरा करेंगे" और कहा, "मुझे यह भी उम्मीद है कि वे इस विश्वास पर खरा उतरेंगे एवं निष्पक्षता के साथ सभी जांच और प्रमाणन करेंगे।
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