धागे की कीमतों में उछाल को लेकर तिरुपुर की इकाइयां बंद रहीं
By भाषा | Published: March 15, 2021 07:28 PM2021-03-15T19:28:33+5:302021-03-15T19:28:33+5:30
कोयंबटूर, 15 मार्च तिरुपुर के लगभग 8,000 बुने कपड़ों के उद्योग और संबद्ध इकाइयां सोमवार को बंद रहीं। बुने कपड़ों की इकाइयां सरकार से आसमान छूते धागे (यार्न) के दामों को नीचे लाने को कदम उठाने की मांग कर रही हैं। इसके विरोध में सोमवार को इकाइयों को बंद रखा गया।
तिरुपुर निर्यातक संघ (टीईए) ने कहा कि इस आंदोलन का उद्देश्य केंद्र और तमिलनाडु सरकार से धागे और कपड़े के निर्यात पर अस्थायी रूप से रोक लगाने की मांग को लेकर दबाव बनाना भी है।
टीईए के सूत्रों ने कहा कि हौजरी शहर तिरुपुर में दुकानें और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, होटल और छोटे आउटलेट भी हमारी मांगों के समर्थन में बंद रहे।
सूत्रों ने बताया कि औद्योगिक इकाइयां बंद होने से 165 करोड़ रुपये के उत्पादन का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि धागा या सूत के दाम बढ़ने से पिछले छह माह के दौरान बुने कपड़ों का उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
उद्योग और व्यापार संगठन के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा।
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