PNB घोटाले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के भी फंसे करोड़ों रुपये
By रामदीप मिश्रा | Published: February 16, 2018 04:33 PM2018-02-16T16:33:04+5:302018-02-16T16:36:01+5:30
पीएनबी ने 11300 करोड़ रुपये की जालसाजी मामले में अपने आठ और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। पीएनबी पहले ही 10 कर्मचारियों को इस घोटाले में शामिल होने के संदेह में निलंबित कर चुका है।
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए 11 हजार 300 करोड़ रुपये के घोटाले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का भी 1915 करोड़ रुपया फंसा हुआ बताया गया है। इस संबंध (पीएनबी धोखाधड़ी) में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने दावा किया कि उसका पैसा सुरक्षित है। उसके पास दावे के लिए पूरे दस्तावेज हैं। बैंक को इस राशि के वापस मिल जाने का पूर्ण विश्वास है।
वहीं, पीएनबी ने 11300 करोड़ रुपये की जालसाजी मामले में अपने आठ और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। पीएनबी पहले ही 10 कर्मचारियों को इस घोटाले में शामिल होने के संदेह में निलंबित कर चुका है। निलंबत होने वाले कर्मचारियों में जनरल मैनेजर स्तर के बैंक अधिकारी भी शामिल हैं।
पीएनबी ने जनवरी 2018 में सीबीआई में दक्षिण मुंबई स्थित अपनी शाखाओं से करीब 280 करोड़ रुपये की जालसाजी की शिकायत की थी। लेकिन इसी हफ्ते बैंक ने कहा कि ये घोटाला करीब 11300 करोड़ रुपये का हो सकता है। इस घोटाले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी, मेहुल चौकसी एवं अन्य के खिलाप एफआईआर दर्ज की है।
नीरव मोदी के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है। देश के बाहर आरोपी नीरव मोदी के होने की सूचना के बाद इंटरपोल को भी अलर्ट कर दिया गया है। वहीं, डिफ्यूजन नोटिस जारी कर इंटरपोल के जरिए नीरव मोदी और अन्य सहयोगियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
इसके अलावा गुरुवार से नीरव मोदी के ठिकानों पर छापेमारी जारी है। इस छापेमारी में अब तक 5100 करोड़ की संपत्ति जब्त होने की खबर है। मुंबई के काला घोड़ा इलाके में नीरव मोदी के शोरूम में कल से छापेमारी चल रही है। अभी भी ईडी के अधिकारी वहां मौजूद हैं जो कल से कार्रवाई में लगे हैं।