नयी दिल्ली, 15 अप्रैल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत जिस तरीके से इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर दे रहा है, उसको देखते हुए बिजली से चलने वाली कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी टेसला के लिये यहां कारखाना लगाने के लिये एक सुनहरा अवसर है।
सड़क परिवहन, राजमार्ग और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) मंत्री गडकरी ने ‘रायसीना वार्ता’ के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि टेसला भारत की वाहन विनिर्माताओं से कल-पुर्जे ले रही है और यहां अपना केंद्र स्थापित करना उसके लिये आर्थिक रूप से व्यवहारिक होगा।
मंत्री ने कहा, ‘‘मैं उन्हें (टेसला) सुझाव दूंगा कि भारत में कारखाना शुरू करने का यह सुनहरा अवसर है क्योंकि जहां तक वाहनों के कल-पुर्जों का सवाल है, टेसला पहले से भारतीय विनिर्माताओं से उपकरणों की खरीद कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि इसके साथ टेसला के लिये भारतीय बाजार अच्छा होगा।
गडकरी ने भरोसा जताया कि भारतीय उत्पादों में सुधार को देखते हुए अगले दो साल में भारत टेसला के स्तर का इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की स्थिति में होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अत: यह टेसला के हित में है। मैं उन्हें सुझाव दूंगा कि आप जितनी जल्दी हो, यहां विनिर्माण शुरू कीजिए।’’
मंत्री ने कहा कि जहां तक कहीं और विनिर्माण और भारत में केवल विपणन की बात है, आप इसके लिये स्वतंत्र हैं। ‘‘लेकिन अगर आप यहां विनिर्माण करते हैं, भारत में हम आपकी मदद करेंगे।’’
उन्होंने यह भी कहा कि टेसला औद्योगिक संकुल बना सकती है और अपने खुद का ‘वेंडर’ विकसित कर सकती है।
गडकरी ने कहा, ‘‘वे अन्य देशों के मुकाबले यहां से काफी वाहनों को निर्यात कर सकते हैं। यह आर्थिक रूप से उनके लिये व्यवहारिक होगा।’’
उन्होंने कहा कि सरकार का ई-वाहनों पर विशेष जोर है।
मंत्री ने कहा कि शुरूआती चरण में टेसला बेंगलुरू, दिल्ली और मुंबई से विपणन शुरू करना चाहती है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में अगले पांच साल में ई-वाहन क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक देश बनने की क्षमता है।
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