यौन हिंसा की वजह से सुस्त हुआ भारत का विकास, महिलाओं को जॉब देने में केवल सऊदी अरब से बेहतर
By भारती द्विवेदी | Updated: May 30, 2018 16:05 IST2018-05-30T16:05:29+5:302018-05-30T16:05:29+5:30
प्रतिशत के हिसाब से देखें तो भारत का प्रतिशत जी-20 देशों में सबसे कम है। सउदी अरब एकलौता ऐसा देश है, जिससे भारत प्रतिशत के मामले में बेहतर है।

यौन हिंसा की वजह से सुस्त हुआ भारत का विकास, महिलाओं को जॉब देने में केवल सऊदी अरब से बेहतर
नई दिल्ली, 30 मई: देश में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के कारण भारत की अर्थव्यवस्था आगे नहीं बढ़ पा रही है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि एक रिपोर्ट में ऐसा कह गया है। मैककिन्से की रिपोर्ट कर अनुसार अगर भारत मे महिलाएं ज्यादा काम करें तो 2025 तक देश की अर्थव्यवस्था 51 लाख करोड़ तक बढ़ सकती है। मैककिन्से ग्लोबल इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा के कारण सिर्फ 27 प्रतिशत महिलाएं ही बाहर निकलकर काम करती हैं। प्रतिशत के हिसाब से देखें तो भारत का प्रतिशत जी-20 देश और उभरते देशों में सबसे कम है। सउदी अरब एकलौता ऐसा देश है, जिससे भारत प्रतिशत के मामले में बेहतर है।
मैककिन्से की रिपोर्ट के अनुसार अगर भारत मे महिलाएं ज्यादा काम करें तो देश की अर्थव्यवस्था साल 2025 तक 51 लाख करोड़ तक बढ़ सकती है। वहीं सरकारी आंकड़े की माने तो साल 2007 से 2016 तक महिलाओं के प्रति होनेवाले अपराध में 83 फीसदी की वृद्धि हुई है।
इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कैसे महिलाएं अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर खर्च कर रही हैं। बहुत सारी महिलाएं ने रिसर्च के लिए दिए इंटरव्यू में ये माना है, वो सुरक्षा की वजह से या तो जॉब छोड़ रही हैं या फिर कम सैलरी पर काम कर रही हैं। विश्व बैंक के अनुमान के अनुसार, 2004-2012 तक, मतलब आठ सालों में लगभग दो करोड़ भारतीय महिलाओं ने काम छोड़ा है। दो करोड़ महिलाओं की ये संख्या न्यूयॉर्क, लंदन और पेरिस की आबादी के बराबर है।
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