जानें वेतन कटने के सवाल पर एसबीआई चेयरमैन ने क्यों कहा- ...फिर तो सड़कों पर रहना होगा
By अनुराग आनंद | Published: June 9, 2020 05:02 PM2020-06-09T17:02:00+5:302020-06-09T17:02:00+5:30
SBI चेयरमैन रजनीश कुमार से पूछा गया था कि क्या प्राइवेट बैंकों की तर्ज पर वो भी अपने लीडरशीप टीम की सैलरी काटेंगे, इसके जवाब में उन्होंने हंसते हुए कहा कि फिर तो मुझे सड़कों पर सोना होगा।
नई दिल्ली: देश इन दिनों कोरोना महामारी का सामना कर रहा है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने करीब 2 माह से भी अधिक समय तक देश में लॉकडाउन लगाया। लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई। ऐसे में निजी बैंकों के तर्ज पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रबंधन टीम के वेतन में कटौती की संभावना पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन रजनीश कुमार ने मजाक में कहा कि वेतन कटने पर उन्हें सड़कों पर रहना होगा।
बिजनेस इंसाइडर के एक रिपोर्ट की मानें तो कांफ्रेंस कॉल में बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि मुझे पहले ही इतना कम वेतन मिलता है। दरअसल, इस वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान जब रजनीश कुमार से पूछा गया कि क्या प्राइवेट बैंकों की तर्ज पर वो भी अपने लीडरशीप टीम्स की सैलरी काटेंगे, तो इसके जवाब में रजनीश कुमार ने ये बातें कही।
जानें SBI चेयरमैन रजनीश कुमार की सैलरी
देश के सबसे बड़े बैंक चीफ का यह जवाब भले ही मजाकिया हो, लेकिन इस बात ने एक बार फिर दर्शाया है कि प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर बैंकर्स की सैलरी में कितना बड़ा अंतर है। एसबीआई की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, फाइनेंशियल ईयर 2019 में रजनीश कुमार को पारिश्रमिक के तौर पर 29,53,750 रुपये मिला है।
आईडीएफसी बैंक ने किया कर्मचारियों के वेतन में कटौती कै ऐलान-
बता दें कि कोरोना की वजह से जारी लॉकडाउन का असर अब दिखने लगा है। पिछले दिनों प्राइवेट सेक्टर के दूसरे बड़े बैंक आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती का ऐलान किया है।
आपको बता दें कि कोटक महिंद्रा बैंक और एनबीएफसी कंपनी इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस ऐसी दूसरी फाइनेंशियल सर्विसेस सेक्टर की कंपनियां है जिन्होंने कोरोना महामारी के चलते उत्पन्न संकट की वजह से वेतन में कटौती का ऐलान किया है।
इनमें से कुछ कटौतियों को स्वैच्छिक कटौती का नाम दिया गया है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर वी वैद्यनाथन ने पिछले दिनों मीडिया को बताया था कि बैंक ने शीर्ष स्तर से किफायत के लिए कदम उठाने शुरू किए हैं।
कोटक महिंद्रा ने भी सैलरी में कटौती की-
आईडीएफसी बैंक के अलावा, निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा है कि वह सालाना 25 लाख रुपये से अधिक आय वाले कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसद कटौती करेगी। बैंक ने कोरोना के कारण लॉकडाउन की वजह से यह फैसला लिया है। दरअसल, पिछले दिनों बैंक के टॉप प्रबंधन ने स्वैच्छिक रूप से 2020-21 के लिए अपने वेतन में 15 फीसद कटौती का एलान किया था। जिसके बाद आज बैंक ने 10 फीसद कटौती का फैसला लिया है।