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रूस और यूक्रेन संघर्षः कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल के करीब, बाजार बेहाल, शेयर बाजार धड़ाम, 366 अंक टूटा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 3, 2022 16:52 IST

Russia Ukraine War: शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 4,338.94 करोड़ रुपये के शेयरे बेचे।

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ठळक मुद्दे366.22 अंक या 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,102.68 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 107.90 अंक या 0.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,498.05 पर बंद हुआ।अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस महीने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने को तैयार है।

Russia Ukraine War:  रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के बीच कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते निवेशकों की धारणा प्रभावित होने से सेंसेक्स, निफ्टी ने बृहस्पतिवार को शुरुआती बढ़त गवां दी और नुकसान में बंद हुए।

बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक- सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 527.72 अंक बढ़कर 55,996.62 के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स ने अपनी शुरुआती बढ़त गवां दी और 366.22 अंक या 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,102.68 पर बंद हुआ। इसी तरह, एनएसई निफ्टी 107.90 अंक या 0.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,498.05 पर बंद हुआ।

यूक्रेन पर रूस का हमला तेज होने के बीच अमेरिका समेत अन्य प्रमुख देशों की सरकारों द्वारा रणनीतिक भंडारों से तेल जारी करने की प्रतिबद्धता के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम 119.93 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया। फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने कांग्रेस के समक्ष दिए बयान में कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस महीने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने को तैयार है।

यह वर्ष 2018 के बाद ब्याज दर में पहली बढ़ोतरी होगी। इससे पहले, मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के सभी 31 सदस्य देशों ने अपने रणनीतिक भंडारों से 6 करोड़ बैरल तेल जारी करने पर सहमति जताई थी। उन्होंने तेल बाजार को यह संकेत देने के लिए यह कदम उठाया कि रूस के यूक्रेन पर हमले से तेल आपूर्ति में कोई कमी नहीं होगी। हालांकि यह कदम भी तेल के दूसरे सबसे बड़े निर्यातक रूस से आपूर्ति में व्यवधान को लेकर उपजी चिंताएं शांत नहीं कर पाया।

रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा, ‘‘रूस-यूक्रेन संकट के कारण भू-राजनीतिक परिदृश्य खराब होने से घरेलू शेयर नुकसान के साथ बंद हुए। रूस पर लगे प्रतिबंधों से आपूर्ति बाधित होने के कारण कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने हालात को और बिगाड़ दिया।’’

सेंसेक्स में सबसे अधिक छह प्रतिशत की गिरावट अल्ट्राटेक सीमेंट में हुई। इसके अलावा एशियन पेंट्स, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, मारुति सुजुकी इंडिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और आईसीआईसीआई बैंक भी गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर पावरग्रिड, विप्रो, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और आईटीसी में तेजी रही।

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