रिपोर्टः चालू वित्त वर्ष में 20-30% की रफ्तार से बढ़ेगा गेमिंग उद्योग, अप्रैल तक 1 लाख मिलेंगे रोजगार
By अनिल शर्मा | Published: November 18, 2022 08:18 AM2022-11-18T08:18:49+5:302022-11-18T08:36:56+5:30
रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले साल में गेमिंग सेक्टर के प्रोग्रामिंग (गेम डेवलपर्स, यूनिटी डेवलपर्स), टेस्टिंग (गेम टेस्ट इंजीनियरिंग, क्यूए लीड), एनीमेशन (एनिमेटर) समेत कई सेगमेंट में नौकरियों का सृजन होगा।
नई दिल्ली: नेक्स्ट सनराइज सेक्टर की एक रिपोर्ट के अनुसार गेमिंग सेक्टर के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष (फाइनेंशियल ईयर) अच्छा रहने की उम्मीद है। रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023 में भारत में गेमिंग में 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1 लाख नई नौकरियां मिलने की भी उम्मीद जताई गई है।
गेमिंग सेक्टर में 50,000 व्यक्ति काम करते हैं जिनमें से 30% प्रोग्रामर और डेवलपर हैं। वित्त वर्ष 2019 में 7,037 करोड़ रुपये से लेकर वित्त वर्ष 2022 में 14,300 करोड़ रुपये के मूल्य में इसकी वृद्धि हुई है। टीमलीज डिजिटल के 'गेमिंग- टुमॉरो ब्लॉकबस्टर' शोध के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 में उद्योग का मूल्य 38,097 करोड़ रुपये होने और अगले सात वर्षों में इसके पांच गुना बढ़ने की उम्मीद जताई गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले साल में गेमिंग सेक्टर के प्रोग्रामिंग (गेम डेवलपर्स, यूनिटी डेवलपर्स), टेस्टिंग (गेम टेस्ट इंजीनियरिंग, क्यूए लीड), एनीमेशन (एनिमेटर), डिजाइन (मोशन ग्राफिक डिज़ाइनर, वर्चुअल रियलिटी डिज़ाइनर), आर्टिस्ट (वीएफएक्स और कॉसेप्ट आर्टिस्ट) जैसे अन्य (कंटेंट राइटर, गेमिंग जर्नलिस्ट, वेब एनालिस्ट) सेगमेंट में नौकरियों का सृजन होगा।
सुनील चेम्मनकोटिल, एक मानव संसाधन और सलाहकार कंपनी टीमलीज डिजिटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि गेमिंग के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है जिससे इस क्षेत्र में नौकरियों की अपार संभावना बन रही है। यह सभी क्षेत्रों में नौकरियां प्रदान करता है और इससे इसकी मांग अधिक हो जाती है। लगातार विनियामक परिवर्तनों के कारण बाधाओं का सामना करने के बावजूद, गेमिंग उद्योग को वित्तीय वर्ष 23 तक 100,000 नौकरियां सृजित करने की उम्मीद है।”
अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023 में यह उद्योग एफडीआई में 780 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। टीमलीज डिजिटल के बिजनेस लीडर मुनीरा लोलीवाला के अनुसार, बाजार वित्त वर्ष 2023 में 20-30% का विस्तार करेगा और वित्त वर्ष 2026 तक 38,097 करोड़ रुपये के मूल्य तक पहुंच जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है- “ चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेमिंग समुदाय है। भारत में 480 मिलियन गेमिंग समुदाय हैं। लिहाजा इस क्षेत्र में रोजगार में काफी वृद्धि होने जा रही है। आज, हमारे पास 90% सहस्राब्दी और जेन-जेड कार्यबल हैं और इनमें से अधिकांश पेशेवर गेमिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में काम करने के इच्छुक हैं।''