RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ने 5 साल बाद घटाया रेपो रेट, EMI पर मिलेगी राहत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 7, 2025 11:11 IST2025-02-07T11:10:21+5:302025-02-07T11:11:13+5:30
RBI MPC Meeting: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा कहते हैं, "आरबीआई ने अनुमान लगाया है कि अगले साल वास्तविक जीडीपी वृद्धि लगभग 6.7% रहेगी...।"

RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ने 5 साल बाद घटाया रेपो रेट, EMI पर मिलेगी राहत
RBI MPC Meeting Live: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया। केंद्रीय बैंक ने लगभग पांच साल बाद रेपो दर में कटौती की है। इससे पहले मई, 2020 में कोविड-19 महामारी के समय रेपो दर को 0.40 प्रतिशत घटाकर चार प्रतिशत किया गया था। फिर रूस-यूक्रेन युद्ध के जोखिमों से निपटने के लिए आरबीआई ने मई, 2022 में दरों में बढ़ोतरी करनी शुरू की थी और यह सिलसिला फरवरी, 2023 में जाकर रुका था। रेपो दर दो साल से 6.50 प्रतिशत पर स्थिर बनी हुई है।
आरबीआई के गवर्नर ने संजय मल्होत्रा ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की बैठक में लिए गये निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि छह सदस्यीय समिति ने आम सहमति से रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत करने का निर्णय किया है। रेपो वह ब्याज दर है, जिस पर वाणिज्यिक बैंक अपनी तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं।
#WATCH | Making a statement on Monetary Policy, RBI Governor Sanjay Malhotra says, "Reserve Bank has been taking various measures to enhance digital security in the banking and payments system. The introduction of an additional factor of authentication for digital payments is one… pic.twitter.com/gNCkc4U0gh
— ANI (@ANI) February 7, 2025
आरबीआई मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिये इस दर का उपयोग करता है। रेपो दर में कमी करने का मतलब है कि मकान, वाहन समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त (ईएमआई) में कमी आने की उम्मीद है। इसके साथ, एमपीसी ने अपने रुख को ‘तटस्थ’ बनाये रखने का निर्णय किया है।
#WATCH | Making a statement on Monetary Policy, RBI Governor Sanjay Malhotra says, "According to the World Bank, India with an estimated inflow of US $129.1 billion continues to remain the largest recipient of remittances globally - last calendar year 2024. The current account… pic.twitter.com/EGaufahTw4
— ANI (@ANI) February 7, 2025
आरबीआई ने अगले वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है जबकि चालू वित्त वर्ष में इसके 6.4 प्रतिशत पर रहने के अनुमान को बरकरार रखा है। वहीं खुदरा मुद्रास्फीति अगले वित्त वर्ष में 4.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि चालू वित्त वर्ष में इसके 4.8 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी है।
#WATCH | Making a statement on Monetary Policy, RBI Governor Sanjay Malhotra says, "RBI has estimated that real GDP growth for the next year to be at about 6.7%...."
— ANI (@ANI) February 7, 2025
(Source - RBI) pic.twitter.com/SsY1DknMM4