धनतेरस से पहले सोने का चढ़ गया पारा, लगातार दूसरे साल लुढ़क सकती है इसकी बिक्री
By मेघना वर्मा | Updated: October 29, 2018 11:27 IST2018-10-29T11:27:09+5:302018-10-29T11:27:09+5:30
Dhanteras 2018: पिछला साल सोने की बिक्री का सबसे खराब साल कहा जा सकता है। जिसका कारण नोटबंदी, जीएसटी या किसी मंहगी चीज की खरीददारी पर केवाईसी का होना माना जा सकता है।

धनतेरस से पहले सोने का चढ़ गया पारा, लगातार दूसरे साल लुढ़क सकती है इसकी बिक्री
इस साल दिवाली का त्योहार देश भर में 7 नवंबर को मनाया जाएगा। दिवाली से पहले धनतेरस के दिन नई चीजें जैसे आभूषण या सोने-चांदी के सिक्के खरीदना शुभ माना जाता है। इस साल 5 नवंबर को धनतेरस पड़ रहा है। मान्यता है कि इस दिन कोई धातु खरीदने से शुभ होता है और घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।
इस मौके पर लोग सबसे ज्यादा सोने का आइटम खरीदना पसंद करते हैं। ये ना सिर्फ इंवेस्टमेंट के लिए अच्छा होता है बल्कि इसे शुभ भी माना गया है।
विशेषज्ञों की मानें तो इस धनतेरस पर सोने की बिक्री लुढ़क सकती है। बढ़ती कीमतों और अन्य निवेश विकल्पों के बीच लोग सोने को खदीरना कम पसंद करते हैं। इसी के चलते इस साल सोने की खरीद में कमी आएगी।
उद्योगपतियों का कहाना है कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो ये लगातार दूसरा साल होगा जिसमें सोने की बिक्री में भारी गिरावट आएगी। इससे पहले 2017 के दिवाली सीजन में भी 2016 के मुकाबले 30 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी। दिवाली के बाद की गई नोटबंदी की घोषणा के बाद से ही सोने की खरीददारी में गिरावट दिख रही है।
पिछला साल सोने की बिक्री का सबसे खराब साल कहा जा सकता है। जिसका कारण नोटबंदी, जीएसटी या किसी मंहगी चीज की खरीददारी पर केवाईसी का होना माना जा सकता है।
ऑल इंडिया जेम एंड डोमेस्टिक काउंसिल यानी जीजेसी के चेयरमेन नितिन खंडेलवाल ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि इस साल वह 5 से 10 प्रतिशत की गिरावट को एक्सपेक्ट कर रहा हूं।
पिछले साल धनतेरस पर सोने की कीमत 30 हजार रूपये प्रति 10 ग्राम थी जबकि इस शनिवार सोने की कीमत 32 हजार 550 रूपये प्रति 10 ग्राम रही।