पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 11300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले के आरोपी नीरव मोदी के शोरूम से कई नेताओं और बॉलीवुड सेलेब्रिटी नकद पैसे देकर जेवरों की खरीदारी करते रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट को एक अधिकारी ने बताया कि कई नामचीन लोग नीरव मोदी के शोरूम से कॉर्ड और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से कुछ पैसे देकर बाकी पैसे नकद देते रहे हैं। आयकर विभाग को शक है कि जानबूझकर टैक्स चोरी के लिए ये तरीका अपनाया जाता रहा है।
पिछले साल नवंबर में नरेंद्र मोदी सरकार ने नोटबंदी लागू की थी। पीएम मोदी ने 500 और 1000 रुपये के उस समय प्रचलित नोटों को आठ नवंबर की रात 12 बजे से बंद करने का ऐलान किया था। नोटबंदी के बाद खबर आई थी कि बहुत से जेवर कारोबारियों ने लोगों को नकद पैसे लेकर महंगे दामों पर सोने इत्यादि के आभूषण बेचे थे। इनकम टैक्स विभाग ने देश के कई प्रमुख आभूषण व्यापारियों के यहाँ कर चोरी से जुड़े मामलों में छापे मारे थे। इन कारोबारियों के यहां से आयकर विभाग को काफी दस्तावेज मिले थे जिनकी जाँच अभी जारी है। आयकर विभाग ने जिन आभूषण कंपनियो पर छापा मारा था उनमें नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से जुड़ी कंपनियाँ भी थीं।
सीबीआई द्वारा एफआईआर के अनुसार मेहुल चौकसी से जुड़ी तीन कंपनियों ने पीएनबी को 143 एलओयूकी मदद से 4886.72 करोड़ रुपये चूना लगाया है। का आरोप है। सीबीआई ने 31 जनवरी को नीरव मोदी एवं अन्य के खिलाफ आठ एलओयू के जरिए 280.70 करोड़ रुपये की जालसाजी का आरोप है। पीएनबी ने नीरव मोदी मामले में 14 फ़रवरी को कहा कि उसे अब 6498 करोड़ रुपये की जालसाजी की आशंका है। इस तरह दोनों मामलों में बैंक को कुल 11300 करोड़ रुपये का चूना लगने की आशंका है।
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नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पहले ही देश छोड़ चुके हैं। दोनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी की गई है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (16 फ़रवरी) को नीरव मौदी और मेहुल चौकसी का पासपोर्ट चार हफ्ते के लिए रद्द कर दिया। दोनों को एक हफ्तें में विदेश मंत्रालय को जवाब देने के लिए कहा गया है ताकि उनका पासपोर्ट हमेशा के लिए न रद्द किया जाए।
इंडियन एक्सप्रेस ने सीबीआई के सूत्रों के हवाले से कहा है कि नीरव मोदी और उनके रिश्तेदार बैंकों को पुराने एलओयू की जगह नए एलओयू जारी करवा कर चूना लगाते रहे। रिपोर्ट के अनुसार आरोपियों ने साल 2017 में अपने कई पुराने एलओयू को दोबारा जारी करवाया। सीबीआई ने शुक्रवार को पीएनबी के चार अधिकारियों से पूछताछ की।
पीएनबी ने अपने 18 अधिकारियों को घोटाले में शामिल होने के शक में निलंबित किया है। जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें जनरल मैनेजर स्तर के भी अधिकारी शामिल हैं। सीबीआई जिन लोगों से पूछताछ कर रही है उनमें से ज्यादातर से नीरव मोदी एवं अन्य को साल 2014 से 2017 की मदद करने के बारे में पूछताछ कर रही है।