11,300 से बढ़कर 12636 करोड़ रुपये का हुआ पीएनबी घोटाला, नई धोखाधड़ी आई सामने
By कोमल बड़ोदेकर | Published: February 27, 2018 09:05 PM2018-02-27T21:05:35+5:302018-02-27T21:15:56+5:30
वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंको को दिशा निर्देश दिया है कि वह 50 करोड़ से ज्यादा एनपीए वाले अकाउंट को एक्जामिन कर सीबीआई को मामला सौंप दें।
नई दिल्ली, 27 फरवरी: पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11 हजार 300 करोड़ रुपये के महाघोटाले सीबीाई की जांच में जारी सीबीआई की जांच में आए दिन कुछ नया मोड़ आ रहा है। पीएनबी घोटाले से जुड़ी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पीएनबी ने अब स्टॉक एक्सचेंज को इस घोटाले से जुड़ी एक और जानकारी दी है। पीएनबी ने स्टोक एक्सचेंज को इस घोटाले से जुड़ी करी 1251 करोड़ रुपये की एक और धोखाधड़ी की जानकारी दी है जिसमें नीरव मोदी और मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं।
पीएनबी की जानकारी के साथ ही अब यह घोटाला 11300 करोड़ से बढ़कर 12636 करोड़ रुपये का हो गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जहां 2017 में पीएनबी को करीब 1320 करोड़ का फायदा हुआ था लेकिन सामने आई नई रिपोर्ट के मुताबिक अब यह घोटाला पीएनबी को 2017 में हुए फायदे की रकम जितना है। सोमवार को दी गई इस जानकारी के मुताबिक, कुछ और LoU का पता चला है, जिसकी मदद से पैसे निकाले गए हैं।
PSB MDs directed to detect bank frauds & consequential wilful default in time & refer cases to CBI. To examine all NPA accounts > Rs. 50Cr for possible fraud. Involve ED/DRI for PMLA/FEMA/EXIM violations if any. #EASE#NewIndia@FinMinIndia@PMOIndia@PIB_Indiapic.twitter.com/ZURiWu4D5T
— Rajeev kumar (@rajeevkumr) February 27, 2018
नई गड़बड़ी सामने आने के बाद वित्त मंत्रालय ने धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 50 करोड़ रुपये से अधिक सभी फंसे कर्ज (एनपीए) वाले खातों की जांच करने और उसके अनुसार सीबीआई को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है।
इस ताजा खुलासे के बाद वित्त मंत्रालय चौकन्ना हो गया है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने सरकारी बैंकिंग सेक्टर के इस संकट से निपटने के लिए सरकारी बैंकों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने मंगलवार को देश के सभी पब्लिक सेक्टर बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर को यह दिशा निर्देश दिया है कि वह 50 करोड़ से ज्यादा एनपीए वाले अकाउंट को एक्जामिन कर सीबीआई को मामला सौंप दें।
इस महाघोटाले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी की संलिप्तता के खुलासे के बाद केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सरकार ऐसे लोगों से एक-एक पैसा वसूल करेगी। जेटली ने ऐसे लोगों को अर्थव्यवस्था पर दाग बताया है।