PM Kisan Yojana: इंतजार खत्म, इस दिन आएगा 2000 रुपये?, 19वीं किस्त?, 9.8 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 22,000 करोड़ डालेंगे पीएम मोदी, जानें कैसे उठाएं फायदा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 21, 2025 16:15 IST2025-02-21T16:14:13+5:302025-02-21T16:15:27+5:30
PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को पीएम-किसान योजना की 19वीं किस्त जारी करेंगे।

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PM Kisan Yojana: पीएम किसान योजना 19वीं किस्त सोमवार को जारी किया जाएगा। पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त किसानों के बैंक खातों में जमा होने वाली है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में घोषणा की थी कि पीएम किसान की अगली किस्त फरवरी 2025 के अंत तक ट्रांसफर कर दी जाएगी। पीएम मोदी 24 फरवरी को बिहार जाने वाले हैं। जहां वह प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) प्रक्रिया शुरू करेंगे। 19वीं किस्त सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे। इसमें 9.8 करोड़ किसानों के बैंक खातों में लगभग 22,000 करोड़ रुपये सीधे स्थानांतरित किए जाएंगे।
सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को हर चार महीने में 2,000 रुपये देती है। इस तरह तीन बराबर किस्तों में कुल 6,000 रुपये का वार्षिक लाभ मिलता है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''प्रधानमंत्री 24 फरवरी को बिहार के भागलपुर में एक समारोह में पीएम-किसान की 19वीं किस्त जारी करेंगे।''
उन्होंने कहा कि 9.8 करोड़ किसानों को कुल 22,000 करोड़ रुपये जारी किए जाएंगे। चौहान ने कहा कि 18वीं किस्त में लाभार्थियों की संख्या 9.6 करोड़ थी, जो अब बढ़ गई है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत अब तक कुल 3.46 लाख करोड़ रुपये दिए हैं और अगले सप्ताह 19वीं किस्त जारी होने के बाद यह राशि बढ़कर 3.68 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी।
फरवरी 2019 में शुरू की गई पीएम-किसान दुनिया की सबसे बड़ी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना है और इसने किसानों को बीज और उर्वरकों की खरीद के लिए अपने खर्चों को पूरा करने में मदद की है। पंजाब में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत के बारे में पूछने पर चौहान ने कहा कि सरकार कृषक समुदाय के साथ बातचीत कर रही है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार उत्पादन बढ़ाने, खेती की लागत कम करने, किसानों की आय बढ़ाने और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।