Share Market: बजट से पहले मारुति, रेलिगेयर समेत इन कंपनी के शेयरों में हो सकते हैं बदलाव, यहां पढ़ें पूरी खबर
By आकाश चौरसिया | Published: February 1, 2024 10:08 AM2024-02-01T10:08:21+5:302024-02-01T10:47:58+5:30
शेयर मार्केट में निवेश करने वालों के लिए थोड़ी अच्छी खबर है, तो दूसरी तरफ मार्केट के रुख से कुछ निवेशकों को झटका भी लग सकता है। क्योंकि हाल ही में आरबीआई ने पेटीएम पर कई पाबंदियां लगाई हैं।
Share Market: शेयर मार्केट में निवेश करने वालों के लिए थोड़ी अच्छी खबर है, तो दूसरी तरफ मार्केट के रुख से कुछ निवेशकों को झटका भी लग सकता है। क्योंकि हाल ही में आरबीआई ने पेटीएम पर कई पाबंदियां लगाई हैं। फिर भी बाजार में आज सुबह करीब 8:15 बजे निफ्टी 50 में 29 प्वाइंट्स की बढ़त देखी गई, जिसके लिए माना गया कि अब दलाल स्ट्रीट में 21,816 का स्कोर हिट कर सकता है।
पहले नंबर पर पेटीएम के शेयरों की बात आती है, जिसपर आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक पर कार्रवाई की है। आरबीआई ने निर्देश दिया है कि कोई अतिरिक्त क्रेडिट, जमा, उधार, लेन-देन या टॉप-अप करने के लिए साफ तौर पर मना कर दिया है। यह 1 जनवरी, 2024 ने दिया है। आज सुबह मार्केट के खुलते ही 19 फीसदी की गिरावट शेयर में देखी गई, जिसके बाद इसके एक शेयर का भाव 609 रुपए पहुंच गया है।
रेलिगेयर उद्योग के शेयरों में भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। क्योंकि पुराण एसोसिएट, वीआईसी उद्योग, एम बी फिनमार्ट, बर्मन परिवार ने इसके 3.6 फीसदी शेयर खरीद लिए हैं, जिसके चलते इनके शेयरों में या तो बढ़त होगी या फिर कुछ कमी आएगी और अभी इनकी कुल बाजार कीमत 277.48 करोड़ रुपए है। हालांकि, अप्रवासी भारतीय महेश उद्योग बुक्सानी ने कंपनी के 1.37 फीसदी शेयर बेच दिया है और जिसकी कीमत 105.98 करोड़ रुपए है।
भारत की प्रमुख कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी में 33 फीसदी के साथ शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में हुआ, जिसके बाद इसके कुल बाजार कीमत 3,130 करोड़ रुपए हो गई है। इसके साथ वित्त-वर्ष 2022-23 में कंपनी की कारें भी 14 ज्यादा बिकी और इनकी कीमत का वैल्यू 31,860 रुपए हो गई।
सुजलॉन एनर्जी के भी दिसंबर में तिमाही के वित्तीय नतीजे अच्छे रहे हैं और कंपनी को शुद्ध लाभ 2.6 गुना हो गया है, इसके साथ कंपनी का कुल बाजार मूल्य 203 करोड़ रुपए पहुंचा।लार्सेन एंड टर्बो का भी ज्यादा फोकस बजट पर रहने वाला है क्योंकि आधारभूत ढांचे को लेकर सरकार क्या वित्तीय सहायता पेश करेगी और इस पर कंपनी उम्मीद जता रही है कि सरकार आधारभूत प्रोजेक्ट पर ज्यादा ध्यान देती है तो उन्हें फायदा होगा।
वहीं, दूसरी तरफ 260 गीगावॉट के प्रोजेक्ट वित्त-वर्ष 2025-26 तक तैयार करने की एनटीपीसी की है। अभी की बात की जाए तो पॉवर सेक्टर में पीएसयू 25 फीसदी का योगदान दे रही है, एनटीपीसी अपनी मांग के अनुसार उत्पादन कर रही है, जिसमें उसे लगातार बढ़त मिली हुई है।