विदेशों में भाव घटने से तेल तिलहन कीमतों में नरमी, सोयाबीन, पामोलिन में गिरावट

By भाषा | Updated: August 18, 2021 19:18 IST2021-08-18T19:18:00+5:302021-08-18T19:18:00+5:30

Oilseeds prices soften due to fall in foreign prices, fall in soybean, palmolein | विदेशों में भाव घटने से तेल तिलहन कीमतों में नरमी, सोयाबीन, पामोलिन में गिरावट

विदेशों में भाव घटने से तेल तिलहन कीमतों में नरमी, सोयाबीन, पामोलिन में गिरावट

विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सोयाबीन तेल तिलहन, सीपीओ, पामोलीन और बिनौला तेल कीमतों में गिरावट रही। वहीं दूसरी तरफ मांग बढ़ने से सरसों, मूंगफली तेल तिलहन कीमतें लाभ दर्शाती बंद हुई। बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे। बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में 2.5 प्रतिशत की गिरावट थी जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में 0.6 प्रतिशत की गिरावट रही। विदेशी बाजारों की मंदी और सीपीओ के भाव टूटने से सोयाबीन तेल तिलहन कीमतों में गिरावट देखी गई। सूत्रों ने कहा कि खाद्यतेल उद्योगों के अग्रणी निकाय, केन्द्रीय तेल उद्योग एवं व्यापार संगठन (सीओओआईटी) के अध्यक्ष बाबूलाल दाता ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में खाद्य तेलों के उत्पादन बढ़ाने और आयात पर निर्भरता खत्म करने के लिए पामतेल की खेती को प्रोत्साहित करने के संबंध में लिए गये फैसलों का स्वागत करते हुए इसे सही दिशा में उठाया गया कदम बताया है। उन्होंने मांग की है कि पामतेल के पौधों की रोपाई को उद्योग का दर्जा दिया जाये और इसमें प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की भी अनुमति दी जाये। सीओओआईटी ने 21 मार्च 2021 को 89.5 लाख टन सरसों उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया था जिसे अब उसने घटाकर 85 लाख टन कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि अगले एक डेढ़ महीने में सोयाबीन की अगली फसल मंडियों में आने की संभावना है। शिकागो एक्सचेंज में गिरावट के कारण सोयाबीन तेल तिलहन के भाव में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आने के कारण सीपीओ और पामोलीन तेल के भाव भी टूटते दिखाई दिये।सूत्रों ने कहा कि किसानों को छोड़कर और किसी के भी पास सरसों का स्टॉक नहीं है और भाव कम होने पर किसान कम मात्रा में सरसों को मंडियों में लाते हैं। बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल) सरसों तिलहन - 7,950 - 8,025 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये। मूंगफली - 6,620 - 6,765 रुपये। मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,100 रुपये। मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,330 - 2,460 रुपये प्रति टिन। सरसों तेल दादरी- 15,850 रुपये प्रति क्विंटल। सरसों पक्की घानी- 2,550 -2,600 रुपये प्रति टिन। सरसों कच्ची घानी- 2,635 - 2,745 रुपये प्रति टिन। तिल तेल मिल डिलिवरी - 15,100 - 17,600 रुपये। सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 15,100 रुपये। सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 15,000 रुपये। सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 13,650 रुपये। सीपीओ एक्स-कांडला- 11,950 रुपये। बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,500 रुपये। पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,800 रुपये।

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Web Title: Oilseeds prices soften due to fall in foreign prices, fall in soybean, palmolein

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